बेवक्त बरसात से किसानों पर गिरी गाज
नई दिल्ली, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। अचानक हुई बरसात से किसानों में अपनी फसलों को लेकर डर बैठ गया है।
नई दिल्ली, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। अचानक हुई बरसात से किसानों में अपनी फसलों को लेकर डर बैठ गया है।
दिल्ली के नजफगढ़ इलाके के घुम्मनहेड़ा गांव में रहने वाले 75 वर्षीय रामकिशन यादव कटने को तैयार खड़ी लहलहाती गेहूं की फसल को देखते हुए प्रार्थना कर रहे हैं कि और बरसात न हो।
वह कहते हैं, "गेहूं की फसल तैयार है लेकिन इस समय बरसात आना ठीक नहीं है।"
उनके अनुसार, "इसके साथ मैं रबी की बढ़िया फसल की भी उम्मीद कर रहा था लेकिन अगर बरसात जारी रही तो सब प्रयास व्यर्थ जाएंगे।"
अक्तू बर-नवंबर में बोई जाने वाली रबी की फसल की कटाई मार्च से शुरू होती है। भारत गेहूं की पैदावार में दुनिया में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है, लेकिन बरसात के कारण उत्तर भारत में पैदावार में कमी होने की आशंका व्याप्त हो गई है।
उजा गांव के सुरेश डागर की हालत भी कुछ अलग नहीं है।
वह कहते हैं, "मैंने पहली बार गेहूं के साथ एक खेत में गोभी की फसल लगाई थी, लेकिन बरसात ने दोनों फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है।"
पिछले तीन दिनों में पाकिस्तान के ऊपर बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अचानक वर्षा हुई थी।
इसके अतिरिक्त, अचानक हुई बरसात से आम की फसल को भी नुकसान पहुंचा है।
दिल्ली से 35 किलोमीटर दूर स्थित रातौल में आम की फसल वहां के किसानों का मुख्य आधार है। सूचना के अनुसार बरसात और आंधी से आम की दस प्रतिशत फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
गौरतलब है कि इस बेमौसम बरसात से किसानों के अतिरिक्त सरकार द्वारा अनाज के दामों को स्थिर करने के प्रयासों पर भी विपरीत असर पड़ सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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