शास्त्रीय संगीत को आमलोगों तक पहुंचाना चाहती हैं मीता पंडित
नई दिल्ली, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। युवा शास्त्रीय संगीत गायिका मीता पंडित अपनी अलग आवाज के लिए पहचानी जाती हैं। ग्वालियर घराने से ताल्लुक रखने वाली मीता शास्त्रीय संगीत को आमलोगों तक पहुंचाना चाहती हैं।
नई दिल्ली, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। युवा शास्त्रीय संगीत गायिका मीता पंडित अपनी अलग आवाज के लिए पहचानी जाती हैं। ग्वालियर घराने से ताल्लुक रखने वाली मीता शास्त्रीय संगीत को आमलोगों तक पहुंचाना चाहती हैं।
शास्त्रीय संगीत की दुनिया में मीता पंडित की छवि साफ अलग है। एक युवा गायिका के तौर पर वह काफी लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा, "एक समय में लोग मुझे ऐसे कपड़े पहनने के लिए कहते थे जिससे मैं बड़ी दिखूं। ताकि मैं एक शास्त्रीय संगीत गायिका की तरह दिख सकूं।"
उन्होंने कहा कि इस अवधारणा को तोड़कर उन्होंने शास्त्रीय संगीत को युवा वर्ग तक पहुंचाने का प्रयास किया। मीता ने कहा, "मैं लोगों तक संगीत द्वारा पहुंचना चाहती हूं न कि अपने पहनावे के द्वारा।"
गौरतलब है कि शास्त्रीय संगीत से मीता का जुड़ाव पारिवारिक रहा है। इनके दादा पद्म भूषण कृष्णा राव शंकर पंडित थे। मीता को हाल ही में उस्ताद बिस्मिल्ला खान पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
मीता को शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में नए प्रयोग करने के लिए कई सम्मान मिल चुके हैं। उन्होंने कहा, "मेरा उद्देश्य शास्त्रीय संगीत को आमलोगों तक पहुंचाना है। इसी को ध्यान में रखकर मैं वर्ल्डस्पेस रेडियो पर 'स्वर सिंगार' नामक कार्यक्रम कर रही हूं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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