छत्तीसगढ़ के 237 गांवों का किया गया वन क्षेत्र सर्वेक्षण
रायपुर, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ सरकार ने पहली बार नक्सलवाद से ग्रसित बस्तर इलाके के वन क्षेत्र अबूझमाड़ का सर्वेक्षण किया है।
छत्तीसगढ़ सरकार के राजस्व मंत्री ब्रजमोहन अग्रवाल ने जानकारी दी कि सरकार ने अबूझमाड़ के 237 गांवों का हवाई सर्वेक्षण कराया गया है।
उन्होंने कहा कि यह सर्वेक्षण राजस्व के लिए कराया गया है क्योंकि इससे पहले सरकार को क्षेत्र की अधिक जानकारी नहीं थी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुगल सम्राट अकबर ने अपने कार्यकाल में अबूझमाड़ का सर्वेक्षण राजस्व वसूली के लिए कराने का एक प्रयास किया था लेकिन बाद में उसमें आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए यह कार्य रोक दिया था।
अधिकारियों के अनुसार यह क्षेत्र करीब 4000 वर्ग किलोमीटर का है और यहां नक्सलियों के अनेक प्रशिक्षण कैंप चल रहे हैं।
अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया, "अबूझमाड़ इतना घना है कि यहां पहले आना कठिन था। अब हम इसकी ताजा तस्वीरों के माध्यम से इसका मानचित्र बनाने का प्रयास कर रहे हैं।"
उनके अनुसार, "अबूझमाड़ का विस्तृत मानचित्र बनाने के बाद राजस्व विभाग एक जमीनी सर्वेक्षण भी करेगा हालांकि यह एक कठिन कार्य है।"
मंत्री ने नक्सली प्रशिक्षण कैंपों और अन्य विद्रोही ठिकानों की ली गई तस्वीरों से संबंधी प्रश्न को दरकिनार करते हुए कहा कि सर्वेक्षण केवल अबूझबाड़ के जमीनी रिकॉर्ड को तैयार करने के लिए किया गया है।
उन्होंने कहा, "हम अबूझमाड़ के गांवों का सर्वेक्षण कर उसका रिकॉर्ड तैयार करेंगे। हमें अभी तक क्षेत्र की जनसंख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं है। जमीनी सर्वेक्षण के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।