चीन में मानवाधिकार कार्यकर्ता को कैद
चीनी अपराध कानून के तहत 34 वर्षीय हू जिया को यह सजा सुनाई गई। हू के वकील लि फांगपिंग ने कहा कि चीन के खिलाफ लेख लिखने के लिए अदालत ने हू को दोषी पाया।
हू पर आरोप है कि उन्होंने अगस्त 2006 से लेकर अक्टूबर 2007 तक कई विदेशी वेबसाइटों पर चीन के बारे में गलत टिप्पणी की थी। इससे पहले मानवाधिकार कार्यकर्ता हू ने कहा था कि वह दोषी नहीं हैं।
इस संबंध में हू के वकील ने कहा कि वह अभी यह नहीं कह सकते कि यह मामला ओलंपिक खेलों के आयोजन से पहले असंतुष्टों और कम्युनिस्ट पार्टी के विरोधियों को कुचलने से जुड़ा हुआ है या नहीं।
हू ने दो लेखों में चीन की राजनीतिक व्यवस्था पर अपने विचार व्यक्त किए थे। इन्हीं लेखों को लेकर अदालत ने हू को दोषी पाया।
अदालत ने कहा कि हू के लेखों और उनके साक्षात्कारों को कई विदेशी वेबसाइटों पर देखा गया। चीन की अपराध कानून की धारा 105, 56 और 55 के तहत अदालत ने हू को दोषी पाया।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार हू एक कॉलेज डिग्री धारक हैं और बेरोजगार हैं। जब अदालत में उन्हें सजा सुनाई जा रही थी तो उस समय उनके पारिवारिक सदस्य भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि हू मानवाधिकार संबंधी मुद्दों पर काम करते हैं। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई सम्मान मिल चुके हैं। एड्स जैसे विषयों पर उन्होंने काफी काम किए हैं।
अदालत द्वारा हू को सजा दिए जाने को लेकर चीन में कई मानवाधिकार संगठन अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं।