भाजपा की रूठों को मनाने की सूची में उमा भारती भी
भोपाल, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मध्य प्रदेश में लक्ष्य आगामी विधान सभा चुनाव जीतना है। इसके लिए युद्ध और मोहब्बत में सब कुछ जायज है, को भाजपा ध्येय वाक्य बनाकर चल रही है। इसीलिए उसने अब रूठों को मनाने की मुहिम छेड़ दी है। इस मुहिम की अगली कड़ी फायर ब्रांड नेता उमा भारती हो सकती हैं।
पिछले कुछ अरसे से चल रही कवायद यह बताती है कि भाजपा कभी अपने रहे नेताओं की घर वापसी पर जोर दे रही है। इतना ही नहीं घर वापस हो रहे नेताओं को सम्मान भी मिल रहा है। उमा भारती के साथ भारतीय जनशक्ति पार्टी (भाजश) के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले रघुनदंन शर्मा की न केवल भाजपा में वापसी हुई बल्कि तोहफे में उन्हें राज्य सभा का टिकट भी मिला और अब वह सांसद हो गए हैं। इससे पूर्व उमा भारती का साथ छोड़ कर भाजपा में लौटे डॉ गौरीशंकर शेजवार भी शिवराज सिंह सरकार में सत्ता सुख भोग रहे हैं।
इस कदम को नई दिशा तब मिली जब उमा भारती का साथ देने के कारण निलंबित किए गए चार विधायक सुनील नायक, जालम सिंह पटेल, गजराज सिकरवार और नाहर सिंह का निलम्बन खत्म किया गया। अब तो इन चार विधायकों में से दो को मंत्री तक बनाने की तैयारी चल रही है और फैसला एक दो दिन में हो सकता है।
वर्तमान में भाजपा को सबसे बड़ी जरूरत एक ऐसे नेता की है, जो उसके लिए माहौल बना सके। इस लिहाज से उमा भारती सबसे उपयुक्त हैं। इस बात को पार्टीआलाकमान के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अच्छी तरह समझते हैं। इसीलिए उन्हें पार्टी में वापस लाने की कोशिशें जारी है।
दिल्ली में उनकी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारियों तथा भाजपा के नेताओं से चर्चा भी हो चुकी है। बस फैसला होना शेष है कि वे किस दिन पार्टी में वापस आएं। राजनैतिक गलियारों से तो हिन्दू नव संवत्सर के पहले दिन यानी 6 अप्रैल को उनकी वापसी के संकेत मिल रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।