मध्य प्रदेश में नेताओं की 'कृष्ण' भूमिका
भोपाल, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के बैतूल लोकसभा उपचुनाव में तमाम राजनैतिक दलों के नेता कृष्ण की भूमिका निभा रहे हैं। चुनावी समर में मुकाबला तो उम्मीदवार कर रहा है मगर कमान दिग्गजों के हाथ में है। वाकई में कृष्ण कौन बनता है यह तो चुनाव का नतीजा ही तय करेगा।
बैतूल लोकसभा का उपचुनाव मध्य प्रदेश की राजनीति के लिहाज से काफी अहम है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बड़े नेता दाव पर लगे हैं। इस चुनाव के जरिए जहां शिवराज सिंह चौहान को अपनी सरकार की उपलब्धियों का प्रमाण पत्र हासिल करना हैं वहीं कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष सुरेश पचौरी तथा केन्द्रीय मंत्री कमल नाथ को अपनी ताकत का इजहार करना है।
इसके अलावा समाजवादी पार्टी के महासचिव अमर सिंह को यह सिद्घ करना है कि मध्य प्रदेश में सपा की ताकत लगातार बढ रही है। चुनाव मैदान में भले ही भाजपा के हेमंत खंडेलवाल, कांग्रेस के सुखदेव पांसे और सपा के डॉ़ सुनील मुकाबला करते नजर आ रहे हों, परन्तु इन की लड़ाई का नेतृत्व कोई और कर रहा है।
बैतूल उपचुनाव ठीक राजनैतिक दलों द्वारा महाभारत के अंदाज में लड़ा जा रहा है। महाभारत में जहां लड़ाई अर्जुन ने लड़ी थी व उनके सारथी कृष्ण थे और उन्होंने इसमें जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। महाभारत में कृष्ण की भूमिका किसी से छुपी नहीं है।
बैतूल उपचुनाव में दलों के दिग्गज कृष्ण की भूमिका में हैं। भाजपा की ओर से प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कमान सभांल ली है और जगह-जगह सभाएं कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस के दो केन्द्रीय मंत्री कमल नाथ व सुरेश पचौरी अपने उम्मीदवार के लिए माहौल बनाने में लगे हैं। सपा के अमर सिंह फिल्म अभिनेत्री व सांसद जया बच्चन तथा जया प्रदा के साथ जन सभाएं कर चुके हैं।
लोक सभा के इस चुनाव में नेताओं और अभिनेताओं की सक्रियता बढ़ने से माहौल गरमाने लगा है तथा मतदाताओं को सभी अपने-अपने तरह से लुभा रहे हैं। चुनाव कौन जीतेगा और कौन हारेगा इसको लेकर सभी के अलग अलग गणित हैं, मगर एक मामले में सभी का मत एक है कि यह चुनाव आने वाले समय में होने वाले विधान सभा चुनाव के परिणामों की तरफ इशारा जरूर कर जाएंगे। साथ ही यह भी खुलासा हो जाएगा कि पार्टी के लिए कृष्ण कौन है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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