मणिरत्नम के बेटे को भा गई माकपा
नाबालिग होने की वजह से नंदन पार्टी का सदस्य तो नहीं बन सका है, लेकिन इस दल के साथ अप्रत्यक्ष रूप से काफी जुड़ा हुआ है। इसकी एक झलक देखने को मिली एसआरएन सभागार में आयोजित हो रहे पार्टी की बैठक में। बैठक में यह बालक पूरी शिद्दत से सभागार के भीतर अनुशासन कायम करवाने में मदद कर रहा है।
मजेदार बात यह है कि 11वीं कक्षा का यह छात्र 'काउंटर आफ लेनिनिज्म' नामक पुस्तक की रचना भी कर चुका है। दो दिन पहले ही नंदन ने वाम नीतियों पर आधारित इस पुस्तक को माकपा के महासचिव प्रकाश करात को भेंट किया था।
इस बच्चे की माकपा से जुड़ने की कहानी भी काफी मजेदार है। महान मार्क्सवादी बी.टी रानादेव के लेखों से नंदन काफी प्रभावित हुआ और लगभग 10 माह पूर्व यह बालक चेन्नई के टी नगर स्थित माकपा कार्यालय में पहुंच गया।
वहां नंदन ने पार्टी कार्यकर्ता के रूप में पंजीकृत होने के लिए काफी जिद की, लेकिन 18 वर्ष से कम उम्र होने की वजह से इस बालक का पंजीकरण नहीं हो सका। जानकारों का कहना है कि कार्यकर्ता नहीं होने के बावजूद नंदन पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से विभिन्न जनहित के मुद्दों पर संपर्क में रहता है। नंदन का मानना है कि केवल माकपा ही ऐसी पार्टी है जो कि आमजन की लड़ाई लड़ रही है।