अफगान समस्या का अंत जल्द संभव नहीं : रिपोर्ट
ब्रसेल्स, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। अफगान सरकार की कमजोरी और विद्रोहियों की लगातार बढ़ती गतिविधियों के कारण पश्चिमी देशों की हार की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
विदेशी मामलों की यूरोपीय परिषद के समक्ष मंगलवार को प्रस्तुत एक रिपोर्ट में इस बात की आशंका व्यक्त की गई है। रिपोर्ट के लेखक डेनियल कोस्र्की अध्ययन केंद्र 'यूरोपियन पॉलिसी सेंटर' के संयोजक हैं।
लगभग 35 पन्नों की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय सेना की वर्षो से उपस्थिति के बावजूद लड़ाई का शीघ्र और सफलतापूर्वक अंत संभव नहीं है। नाटो के इतिहास में यह सबसे बड़ा सैनिक अभियान है।
लेकिन युद्ध शुरू होने के छह वर्ष बाद भी अफगाानिस्तान में आतंकवाद पर काबू नहीं पाया जा सका है। तालिबान आतंकवादियों का संघर्ष लगातार जारी है।
अफ गानिस्तान में मादक द्रव्यों को रोकने का काम संभाल रहे मंत्री के सलाहकार रह चुके कोस्र्की ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को राष्ट्रपति हामिद करजई की सरकार को आर्थिक और सैनिक सहायता देकर मजबूत करना चाहिए।
कोस्र्की ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिरता के लिए पड़ोसी देशों का सहयोग बहुत आवश्यक है। रूस, ईरान, पाकिस्तान और भारत जैसे पड़ोसी यदि अफगानिस्तान की स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।