सिमी के प्रशिक्षण कैंप का खुलासा, डेटोनेटर व जिलेटिन बरामद (लीड)
भोपाल, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में प्रतिबंधित संगठन 'स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेन्ट ऑफ इंडिया' (सिमी) के प्रशिक्षण कैंप का खुलासा करने में पुलिस ने सफलता हासिल की है। यह कैम्प खरगोन जिले के चोरल के जंगल में चल रहा था, जहां से पुलिस ने बड़ी मात्रा में डेटोनेटर तथा जिलेटिन भी बरामद किए।
इंदौर के पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार ने आईएएनएस को बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि खरगोन के चोरल के जंगल में सिमी की गतिविधियां चल रही है। उसी आधार पर पुलिस ने छापा मारा। छापे के दौरान बलबार थाना क्षेत्र के एक फार्म हाउस से 122 जिलेटिन और 112 डेटोनेटर बरामद किए गए।
पुलिस को फार्म हाउस से साहित्य भी मिला है जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि दिसंबर 2007 में यहां प्रशिक्षण कैम्प लगा था। गौरतलब है कि चोरल का जंगल इंदौर से शुरू होकर खरगोन तक फैला हुआ है और यहां पर चलने वाली गतिविधियों का आसानी से किसी को पता नहीं चल पाता है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मालवा क्षेत्र के धार में सिमी लंबे अरसे से सक्रिय है और वह यहां से अपनी योजनाओं को अंजाम देता रहता है। पीथमपुर में अपनी गतिविधियों का केन्द्र बना चुके सिमी के कार्यकर्ता जब इंदौर में बैठक करने वाले थे तो गुप्तचर सूचना के आधार पर 27 मार्च को 13 कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। पुलिस अब तक 24 सिमी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर चुकी है।
सिमी प्रमुख सफदर नागौरी सहित अन्य सदस्यों से की गई पूछताछ के बाद पुलिस को इस प्रशिक्षण कैंप के बारे में पता चला। सूत्रों के अनुसार कैंप में नदी में तैरने, फायरिंग और विपरीत परिस्थियों में मुकाबला करने का प्रशिक्षण दिया जाता था। साथ ही यहां सदस्यों को धार्मिक प्रवचन सुनाकर उन्हें जिहाद के लिए तैयार रहने का भी संदेश दिया जाता था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।