बिहार में दूसरे दिन भी वकील हड़ताल पर
पटना, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार में न्यायालय शुल्क (कोर्ट फीस) में वृद्धि के विरोध में आज दूसरे दिन भी राज्यभर में सैंकड़ों वकील हड़ताल पर रहे।
वकीलों की तीन दिनों की हड़ताल सोमवार को शुरू हुई थी। हड़ताल के कारण पूरे राज्य में अदालत की कार्यवाहियों पर बुरा असर पड़ा है।
पटना उच्च अदालत, जिला अदालतों और अनुमंडल अदालतों में वकील हड़ताल पर रहे। सैकड़ों वकीलों ने विरोध प्रदर्शन भी किया।
इस हड़ताल को बिहार बार काउंसिल का समर्थन प्राप्त है।
राज्य के उद्योग मंत्री गौतम सिंह ने हड़ताल के बारे में कहा कि शुल्कों में बढ़ोत्तरी को अभी वापस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में प्रति वर्ष न्यायपालिका पर 191 करोड़ रुपये से अधिक व्यय किया जाता है। शुल्क में वृद्धि से मात्र 20 करोड़ रुपये की आय होगी।
सिंह के मुताबिक शुल्क में वृद्धि अधिक नहीं है। उधर दानापुर, पटना शहर, किशनगंज, पूर्णिया, बारा और मसौढ़ी की निचली अदालतों में वकील अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
इन हड़ताली वकीलों ने कहा कि अदालती शुल्क में इजाफे से सामान्य आदमी खासकर गरीबों पर काफी असर पड़ेगा।
नए शुल्क ढांचे के मुताबिक उच्च अदालत में जनहित याचिका (पीआईएल) दायर करने का शुल्क 1 हजार रुपये हो जाएगा। इसके पहले इस याचिका का शुल्क मामले के अनुसार होता था।
इसी तरह अदालती निर्णय की प्रतियों और अन्य अदालती प्रक्रियाओं की प्रतियों को प्राप्त करने के शुल्क को भी एक रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति पृष्ठ कर दिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।