भारतीयों को मिल सकते हैं अधिकांश एच1बी वीजा
न्यूयार्क, 1 अप्र्रैल (आईएएनएस)। लगता है कि आईटी पेशेवरों के लिहाज से अमेरिकी कंपनियों की पहली पसंद भारतीय हैं।
न्यूयार्क, 1 अप्र्रैल (आईएएनएस)। लगता है कि आईटी पेशेवरों के लिहाज से अमेरिकी कंपनियों की पहली पसंद भारतीय हैं।
यही वजह है कि इस बार भी अमेरिकी कंपनियों ने जिन कुल 65000 एच1बी वीजाओं की अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन किया है, उनमें भारतीयों के वीजा की संख्या सर्वाधिक है। यह कहना है अमेरिका में आव्रजन मामलों के वकीलों का।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 'यूएस सिटीजनशिप व इमीग्रेशन सर्विस' (यूएससीआईएस) संभवत: एक सप्ताह के भीतर वीजा लाटरी निकालेगी।
वीजा संबंधी तमाम औपचारिकताएं पूरी होने के बाद लगभग एक अक्टूबर से उच्च श्रेणी के आईटी पेशवेर यहां काम शुरू कर सकेंगे।
भारतीय मूल के आव्रजन मामलों के वकील माइकल फुलवानी ने आईएएनएस को बताया कि बीते वर्ष 1,24,000 लोगों के वीजा के लिए आवेदन किया गया था, इस वर्ष यह आंकड़ा 1,50,000 हजार को पार सकता है।
न्यूयार्क के एक अन्य वकील नरेश गेही ने बताया कि कुल आवेदनों में से 60 से 70 फीसदी आवेदन भारतीयों की ओर से किए जा रहे हैं।
आईटी क्षेत्र में विदेशी पेशेवरों की बढ़ती संख्या की वजह से स्थानीय नागरिकों के लिए नौकरी के अवसर कम होने के मुद्दे को यह वकील भी गलत ठहराते हैं।
उन्होंने नेशनल फाउंडेशन फार अमेरिकन पॉलिसी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिका में एक विदेशी पेशेवर की नौकरी सुनिश्चित करने की प्रक्रिया में लगभग पांच से सात लोगों के लिए रोजगार के अतिरिक्त अवसर पैदा होते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।