पंजाब में भ्रूणहत्या के खिलाफ 'अंतिम अरदास'
लुधियाना, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। अजन्मी लड़कियों को बचाने के लिए पंजाब में 'कन्या भ्रूण हत्या' के खिलाफ एक दिलचस्प अभियान की बड़े पैमाने पर शुरूआत की गई है।
लुधियाना, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। अजन्मी लड़कियों को बचाने के लिए पंजाब में 'कन्या भ्रूण हत्या' के खिलाफ एक दिलचस्प अभियान की बड़े पैमाने पर शुरूआत की गई है।
इस अभियान के तहत लोगों को 'अंतिम अरदास' कार्यक्रमों में बुलाया जा रहा है। गैर सरकारी संगठन 'यूनिवर्सल पब्लिक सर्विस ऑगेनाइजेशन' (यूपीएसओ) द्वारा भेजे गए अंतिम अरदास के निमंत्रण पर लिखा है- "मैं भारत की बेटी हूं। मैं आपकी बेटियों की तरह हूं जो आपके घर-आंगन में खेलती है।
क ल्पना चावला, सुनीता विलियम्स, किरण बेदी और सानिया मिर्जा जैसी कितनी ही बेटियां हैं जो आपके और राष्ट्र के लिए गौरव का विषय हैं। लेकिन मेरे और उन सभी के बीच अंतर है क्योंकि मुझे मेरी मां के द्वारा ही गर्भाशय में मार दिया जाता है। "
गौरतलब है कि पंजाब में महिला-पुरुषों का लिंगानुपात महिलाओं के प्रतिकूल है। राज्य में प्रति 1000 पुरुषों पर 800 महिलाएं हैं जो राष्ट्रीय औसत-प्रति 1000 पुरूषों पर 927 महिलाएं- से काफी कम है।
यूपीएसओ द्वारा भेजे गए निमंत्रण पत्र पर आगे लिखा है, "लेकिन मैं अकेली नहीं हूं। यहां मेरे जैसी करोड़ों बेटियां हैं। मैं 'अंतिम अरदास' में आपकी भागीदारी के लिए आपको निमंत्रण देना चाहती हूं। हम आपका इंतजार करेंगे।"
इस गैर-सरकारी संगठन द्वारा सोमवार को डाबा गांव के पास गुरुद्वारा गुरुनानक दरबार में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 400 लोगों ने भाग लिया।
यूपीएसओ के उपाध्यक्ष कुलवीर सिंह ने कहा, "सभी धर्मो में लोग लड़कियों की पूजा करते हैं लेकिन फिर भी अजन्मी लड़कियों को मारने में उन्हें शर्म नहीं आती।"
यूपीएसओ के अध्यक्ष अंगद गुप्ता के अनुसार उनका संगठन व्यापक स्तर पर 'कन्या-भ्रूणहत्या' के खिलाफ अभियान चलाने की योजना बना रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।