आतंकवादियों से बात को गिलानी तैयार
उन्होंने आतंकवाद और मजहबी कट्टरवाद को पाकिस्तान के समक्ष एक विकराल चुनौती करार देते हुए कहा हम उन लोगों आतंकवादियों से बात करना चाहेंगें बशर्तें वे हथियार डाल दें और हिंसा का मार्ग त्याग दें. प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल एन) के संयुक्त घोषणापत्र में अपदस्थ जजों की बहाली किए जाने का भी भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा हम जजों को बहाल करेंगे.
सरकार इस दिशा में पहले ही कदम उठा चुकी है. 24 मार्च को प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद श्री गिलानी ने सबसे पहले नजरबंद जजों की रिहाई का आदेश जारी किया था. श्री गिलानी की सरकार को नेशनल असेंबली में राजनीतिक एकता के अभूतपूर्व उदाहरण के रूप में विपक्ष के भी समर्थन से भारी बहुमत से विश्वास मत हासिल किया.
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