उड़ीसा में बनेगी अत्याधुनिक पशु प्रयोगशाला
भुवनेश्वर, 31 मार्च (आईएएनएस)। जानवरों में मुंह और पैर की बीमारी के उपचार के लिए जल्द ही भुवनेश्वर के निकट एक अत्याधुनिक सुरक्षा संपन्न पशु प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी।
भुवनेश्वर, 31 मार्च (आईएएनएस)। जानवरों में मुंह और पैर की बीमारी के उपचार के लिए जल्द ही भुवनेश्वर के निकट एक अत्याधुनिक सुरक्षा संपन्न पशु प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी।
राज्य पशुपालन विभाग के निदेशक बिष्णुपाद सेठी के अनुसार, "केंद्र सरकार की स्वायत्त संस्था भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने भुवनेश्वर के निकट जतनी में एक प्रयोगशाला स्थापित करने को मंजूरी दी है।"
प्रस्तावित प्रयोगशाला भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया में जैव सुरक्षा श्रेणी (3 प्लस) की सुविधाओं से संपन्न एकमात्र केंद्र होगा जहां जानवरों की मुंह और पैर से जुड़ी अनेक बीमारियों की रोकथाम और इलाज की सुविधा होगी।
जैव सुरक्षा श्रेणी 3 प्लस के अंतर्गत शोधकर्ताओं को अनेक ऐसे संभावित वायरल जनित रोगों पर शोध करने का अवसर मिलेगा जिनकी फिलहाल दवा नहीं बनी है।
सेठी के अनुसार मुंह और पैर की बीमारियां संक्रमित रोग होते हैं जो भेड़-बकरियों जैसे मवेशियों में फैलते हैं। इन्हें रोकने के लिए टीका और अन्य सहायक उपचार विधियां बहुत जरूरी होती हैं।
मुंह और पैर की बीमारियां देश भर में अनेक जंगली जानवरों को भी नुकसान पहुंचाती हैं। सालाना तौर पर इससे करीब 80 करोड़ रुपये का नुकसान होता है।
इसके अतिरिक्त, प्रयोगशाला संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संस्थान (एफएओ) की निर्दिष्ट प्रयोगशाला के तौर पर भी कार्य करेगी।
प्रस्तावित प्रयोगशाला भोपाल स्थित पशु रोग प्रयोगशाला से भी अधिक सुविधा-संपन्न होगी और इसके लिए सरकार 116.325 एकड़ जमीन की पहचान कर चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।