तेल के लिए लड़ी जा रही है बसरा की लड़ाई
काहिरा, 31 मार्च (आईएएनएस)। इराक के दक्षिणी शहर बसरा में प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी के समर्थक अमेरिकी सेना और शिया विद्रोहियों के बीच जारी लड़ाई राजनीतिक नहीं बल्कि तेल के कारोबार पर वर्चस्व की लड़ाई है।
बसरा से आ रही रिपोर्टो के मुताबिक शियाओं के लगभग तमाम दल तेल के अवैध कारोबार में लिप्त हैं। बसरा में शियाओं के धार्मिक नेता मुक्तदा अल-सद्र के एक करीबी ने बताया, "यहां कुछ भी राजनीतिक नहीं हो रहा है। यह तंत्र इटली के माफिया गिरोह जैसा है।"
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक इराकी प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी की दावा पार्टी और उनके सहयोगी सुप्रीम इस्लामिक काउंसिल इन इराक (एसआईसीआई) ने सद्र समर्थकों और शिया फधिला पार्टी के सदस्यों पर तेल तस्करी का आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि बसरा के आसपास सद्र समर्थकों और शिया फधिला पार्टी के सदस्यों का अच्छा प्रभाव है।
सांसद असमा अल-मुसावी का कहना है, "प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी द्वारा सद्र के समर्थकों पर तेल के तस्करी का आरोप लगाए जाने के बाद इराक के भ्रष्टाचार विरोधी प्राधिकरण ने हमसे संपर्क किया।"
मुसावी ने कहा, "उन्होंने मुझे बताया कि तेल तस्करी में शामिल लोगों की सूची में एक भी सद्र समर्थक का नाम नहीं है, बल्कि सरकार के कुछ उच्च स्तरीय सदस्यों के नाम हैं।"
गौरतलब है कि असमा सद्र आंदोलन की सदस्य हैं। वह वर्ष 2005 में शिया गठबंधन के तरफ से संसद के लिए चुनी गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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