खत्म हो भारत-अमेरिका के बीच सैन्य गठबंधन : करात
कोयम्बटूर, 29 मार्च (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की 19वीं कांग्रेस के उद्घाटन भाषण में प्रकाश करात ने आज केंद्र और अमेरिकी सरकार के बीच साझा सैनिक कार्यक्रम के प्रति विरोध जाहिर किया।
कोयम्बटूर, 29 मार्च (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की 19वीं कांग्रेस के उद्घाटन भाषण में प्रकाश करात ने आज केंद्र और अमेरिकी सरकार के बीच साझा सैनिक कार्यक्रम के प्रति विरोध जाहिर किया।
अपने संबोधन में करात ने वहां मौजूद 700 प्रतिनिधियों को कहा कि भारत को अमेरिकी शिकंजे से छुड़ाना जरूरी है।
उन्होंने कहा "हमारा काम पूरा नहीं हुआ है। हमें सैन्य सहयोग समझौते को खत्म करवाना होगा। यह न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लिए जरूरी है।"
उन्होंने अफसोस जाहिर किया कि सत्तारूढ़ दल के अनेक लोगों का मानना है कि अमेरिका का साथ देने पर भारत एक विश्वशक्ति बन जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक भ्रामक धारणा है।
करात ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि भारत ने वियतनाम और चीन के साथ व्यापार में वृद्धि की है।
परमाणु संधि पर अपनी स्थिति पुन: स्पष्ट करते हुए करात ने कहा, "माकपा और वाममोर्चा पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि परमाणु संधि को आगे नहीं बढ़ाया जाना चाहिए।"
संप्रग सरकार की अन्य नीतियों पर करात का कहना था कि पिछले तीन वर्षो के दौरान अनेक जनहितकारी नीतियों पर अमल कर उन्हें कानूनबद्ध किया गया है, परंतु सरकार का मुख्य ध्यान उदारीकरण और निजीकरण पर ही रहा है।
करात का कहना था कि सरकार कृषि मुद्दों और मूल्य वृद्धि जैसे मोर्चो पर असफल रही है।
करात ने साथी नेताओं को दल में अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने देश में एक असांप्रदायिक चरित्र वाले तीसरे मोर्चे के बारे में भी अपने विचार रखे।
पांच दिन चलने वाले इस आयोजन में विदेशों के 70 प्रतिनिधि भी शिरकत कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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