गुजरात के एक गांव की महिलाओं ने देह व्यापार से किया तौबा
वादिया (गुजरात), 29 मार्च (आईएएनएस)। भारत-पाकिस्तान की सीमा से 70 किलोमीटर दूर बनासकांठा जिले की एक गंदी बस्ती की 80 फीसदी महिलाओं ने देह व्यापार करने से इंकार कर दिया है।
वादिया (गुजरात), 29 मार्च (आईएएनएस)। भारत-पाकिस्तान की सीमा से 70 किलोमीटर दूर बनासकांठा जिले की एक गंदी बस्ती की 80 फीसदी महिलाओं ने देह व्यापार करने से इंकार कर दिया है।
बस्ती की महिलाओं ने अपना पारंपरिक देह व्यापार का धंधा करने से मना कर दिया है। इस गांव की आबादी 400 है। महिलाओं की संख्या 180 में से अधिकतर देह व्यापार के धंधे से जुड़ी हुई हैं।
बंजारा जीवन और इन क्षेत्रों में कृषि के विपरीत जलवायु की दिक्कतों के कारण ये लोग इस तरह के धंधे करके अपना जीविकोपार्जन करती हैं। गांव के पुरुषों के बाहर रहने के कारण ये महिलाएं अपने परिवार को चलाने के लिए देह व्यापार का काम करती हैं।
देह व्यापार से जुड़ी महिलाओं का पुनरुद्धार के कार्यो में लगी स्थानीय महिला सहकारी समिति की अध्यक्ष 42 वर्षीय सूर्याबेन ने आईएएनएस को बताया, "गरीबी ने हमें देह व्यापार के धंधे में ढकेल दिया। इस धंधे से जुड़ कर मैं अपने पारंपरिक धंधे को आगे बढ़ा रही थी। हालांकि मैंने यह धंधा छोड़ दिया है लेकिन पुरुषों ने अभी भी मेरा दरवाजा खटखटाना नहीं छोड़ा है।"
जिला प्रशासन की कार्रवाई से अब वहां की स्थिति में बदलाव देखा जा रहा है।
जिलाधिकारी हरीत शुक्ला ने बताया, "इस गांव के लिए यह धंधा एक कलंक जैसा है। हम चाहते हैं कि मीडिया इस मुद्दे को अधिक से अधिक उठाये जिससे पीड़िता को सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार दिया जा सके।"
उन्होंने कहा कि वे प्रशासन की ओर से उन महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक रूप से मदद कर रहे हैं जिससे मुर्गी फार्म या अन्य प्रकार का कुछ छोटा रोजगार करके अपना जीविकोपार्जन कर सके।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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