मध्यप्रदेश में बहुत गहरी हैं जड़ें सिमी की
भोपाल 28 मार्च (आईएएनएस)। अलगाववादी संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) की जड़े मध्यप्रदेश में गहराई तक जमी हुई है यह बात एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है।
भोपाल 28 मार्च (आईएएनएस)। अलगाववादी संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) की जड़े मध्यप्रदेश में गहराई तक जमी हुई है यह बात एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है।
राज्य के इंदौर शहर से सिमी के अध्यक्ष सफदर नागौरी सहित 13 सक्रिय सदस्यों की गुरूवार को हुई गिरफ्तारी से यह भी संकेत मिले हैं कि सिमी प्रदेश में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयार में है।
मध्यप्रदेश में सिमी की गतिविधियों का केन्द्र मालवा अंचल रहा है और अब भी है। यह खुलासा इंदौर में सिमी कार्यकर्ताओं के पकड़े जाने से हुआ। इंदौर और उज्जैन में रहकर सिमी के कार्यकर्ता देश में बड़ी वारदातों को अंजाम देते रहे है।
प्रदेश में पहली बार सिमी के सक्रिय होने की बात 1998 में सामने आई थी, जब सदर चीफ मुनीर देशमुख के भोपाल के मकान में सफदर नागौरी आकर ठहरा था।
इतना ही नहीं सिमी की गतिविधियों पर से पर्दा 1999 में तब उठा था जब इंदौर के खजराना में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई थी जिसके पास से कई महत्वपूर्ण स्थानों के नक्शे और दस्तावेज बरामद हुए थे। उसके बाद गुरूवार को नागौरी तथा देश के अन्य क्षेत्रों के सिमी प्रमुखों के पकड़े जाने से पुलिस फिर सकते में आ गई है।
पकड़े गये सिमी पदाधिकारियों में कमरूद्दीन नागौरी, सिलबी आदि खतरनाक किस्म के लोग है जिनके जरिये मास्टर माइंड नागौरी वारदातों को अंजाम देता है। नागौरी के संबंध लश्कर- ए- तैयबा सहित अनेक आंतकवादी संगठनों से भी होने की आशंका है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार इंदौर में कल सिमी के प्रमुख कार्यकर्ता पिछल्ले साल की योजनाओं की सफलता की समीक्षा तथा भविष्य की रणनीति तय करने के लिए जुटे थे। लेकिन पुलिस ने एक साथ सबको धर दबोचा।
इंदौर के पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार बताते है कि पुलिस की इस सफलता ने सिमी की कमर तोड़ कर रख दी है और उसके पूरे तंत्र का भी खुलासा हो गया है। सूत्रों के अनुसार अब तक मिली जानकारी से यह स्पष्ट हो रहा है कि इंदौर सिमी का एक प्रमुख केंद्र है मगर उसका कार्य क्षेत्र उज्जैन, देवास, रतलाम, धार, भोपाल, जबलपुर आदि तक फैला है।
पुलिस का कहना है कि इंदौर में पकड़े गये सिमी नेताओं से मुम्बई के ट्रेन बम विस्फोटों, अक्षरधाम हादसा, समझौता एक्सप्रेस विस्फोट आदि के संदर्भ में पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि समझौता एक्सप्रेस में जिन बैगों में बम रखे गए थे वे इंदौर के कोठारी मार्केट से खरीदे गये थे। इतना ही नहीं आतंकवादी एहतेशाम सिद्दीकी भी इन लोगों से अपने सम्पर्क होने का खुलासा कर चुका है।
सिमी के मास्टर माइंड सफदर नागौरी ने इंदौर के विक्रम विश्वविद्यालय से शिक्षा हासिल की है और वह यही रहकर अपनी योजनाओं को अमली जामा पहनाता रहा है। सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद से नागौरी भूमिगत चल रहा था और पुलिस को उसकी लम्बे अरसे से तलाश थी। सिमी के खिलाफ अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है जिसमें एक साथ इस संगठन के कई प्रदेश प्रमुखों की गिरफ्तारी हुई है।
सिमी पर प्रदेश में 80 से अधिक मामले दर्ज है। पुलिस नागौरी सहित पकड़े गये कार्यकर्ताओं से पूछताछ कर रही है और संभावना है कि पुलिस को उनकी भविष्यी योजनाओं के बारे में पुख्ता जानकारी मिल पाएगी। इस बीच कई राज्यों की कानून व सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों के गुप्तचर अधिकारी इन सिमी कार्यकर्ताओं से पूछताछ करने के लिए इंदौर पहुंच रहे है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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