राजदूत सेन से मुलाकात के बाद खुश नहीं हैं भारतीय कामगार
वाशिंगटन, 28 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिका में भारत के राजदूत रोनेन सेन ने भारतीय कामगारों के उस समूह को आश्वासन दिया है कि वे उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे जो उनके पास कार्यस्थल में र्दुव्यवहार और मानव तस्करी के कथित आरोप लेकर गए थे। हालांकि कामगार इससे संतुष्ट नहीं हैं।
वाशिंगटन, 28 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिका में भारत के राजदूत रोनेन सेन ने भारतीय कामगारों के उस समूह को आश्वासन दिया है कि वे उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे जो उनके पास कार्यस्थल में र्दुव्यवहार और मानव तस्करी के कथित आरोप लेकर गए थे। हालांकि कामगार इससे संतुष्ट नहीं हैं।
गौरतलब है कि लगभग 100 भारतीय कामगारों के एक दल ने मिसीसिपी स्थित सिग्नल इंटरनेशनल नामक पोत कारखाने पर ऐसे गंभीर आरोप लगाने के बाद अपने अधिकारों की रक्षा के लिए भारत सरकार से गुहार लगाने का फैसला किया था।
न्यू ओरलेंस से आठ दिन लंबी न्याय के लिए यात्रा करके यहां पहुंचे इन कामगारों ने भारतीय राजदूत से लगभग तीन घंटे तक बातचीत की।
सेन ने उनसे कहा, "आप सब मुझसे सीधे संपर्क कर सकते हैं हम सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं।"
सेन ने आगे कहा कि उनके अधिकारों की रक्षा के लिए वे जो भी कर सकते हैं जरूर करेंगे, लेकिन श्रमिक उनके आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुए।
एक श्रमिक राजन पझाम्बलाकोडे ने कहा, "हम सिर्फ मौखिक आश्वासन नहीं चाहते, हम चाहते हैं कि कुछ ठोस कदम उठाये जाएं।"
सिग्नल इंटरनेशनल के पूर्व कर्मचारी और इस समूह के संयोजक साबूलाल विजयन ने कहा, "हम संतुष्ट नहीं हैं क्योंकि राजदूत प्रोटोकाल से बंधे हैं लेकिन मानव तस्करी तो प्रोटोकाल की मोहताज नहीं है।"
उधर, कंपनी के मुखिया रिचर्ड मार्लर ने कहा कि उन्हें यह जानकर धक्का लगा है कि नियोक्ताओं द्वारा विदेशी कर्मचारियों से नियुक्ति के लिए धन लिया जाता था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।