मालदा में मुर्गियों का सफाया जारी
58 वर्षीय इस कर्मचारी हरिपद दास को इस अभियान के दूसरे दिन बुखार आ गया था. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार उसके खून के नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया है और उसके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है.
अधिकारियों के अनुसार बर्डफ्लू प्रभावित इलाकों इंग्लिश बाजार ओल्ड मालदा टाऊन और साहापुर में रविवार से यह अभियान प्रारंभ कर दिया गया था जिसमें यह पता लगाया जा रहा था कि इन क्षेत्रों में कोई संक्रमित मुर्गी बच तो नहीं गई है. इस दौरान 178 मुर्गियों को मारा गया था.
कल संक्रमित मुर्गियों को मारने का लक्ष्य पूरा न होने के कारण आज इस अभियान को जारी रखा गया. जिले में मुर्गियों को मारने के अभियान में कल तक कम से कम 23 000 मुर्गियों को मारा जा चुका है. हालांकि पहले 44 000 मुर्गियां मारने का लक्ष्य रखा गया था जो कम होते-होते 23 500 पर आ चुका है क्योंकि जनवरी में निजी मुर्गीखानों में हुए इसी प्रकार के अभियान में संक्रमण के कम मामले पाए गए थे.
19 मार्च को भोपाल की प्रयोगशाला में भेजे गए दो क्षेत्रों से प्राप्त खून के नमूनों के संक्रामक पाए जाने के बाद गुरुवार से जिले में पांच दिन के अभियान को प्रारंभ कर दिया गया था. मालदा दूसरा जिला है जिसे पिछले नौ दिनों में बर्डफ्लू प्रभावित घोषित किया गया है.