उड़ीसाः विधानसभा अध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप
गायत्री माहेश्वर मोहंती पर गंदे इशारे करने का आरोप भी लगाया और कहा कि चूंकि वह अविवाहित है और अकेले रहती है इसलिए मोहंती देर रात उसे अपने पास बुलाता था. उसने कहा है कि जब "मेरी डयूटी स्पीकर डायस पर होती थी तो वो मुझे अपने चैंबर में बुलाता था और मैं बता नहीं सकती कि वों कैसी हरकते करता था".
गायत्री ने कहा कि यह बहुत शर्म की बात है कि जहां कानून बनता है वहीं औरते सुरक्षित नहीं हैं. गायत्री ने दावा किया है कि उसने 21 मार्च को सभा सचिव के यहां इस बात शिकायत दर्ज की थी.
स्पीकर माहेश्वर मोहंती ने मीडिया में जारी महिला मार्शल के यौन शोषण के आरोप से जुड़ी रिपोर्ट का हवाला देते हुए स्वत: बयान दिया. जितमें महिला के आरोपो का खंडन करते हुए कहा कि गायत्री झूठ बोल रही हैं. असल में उसे अनुशासनहीनता के कारण संस्पेंड किया जाना था और इसलिए अपनी नौकरी बचाने के वह यह आरोप लगा रही हैं. मोहंती ने इस मामले की जांच के लिए विधानसभा की समिति गठित किए जाने का भी प्रस्ताव रखा.
विधानसभा अध्यक्ष के इस कार्य को अमर्यादित बताते हुए कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्रा ने कहा कि इस मामले की जांच करना अत्यंत जरूरी है लेकिन विधानसभा की समिति से जांच कराना बेकार है.
संसदीय
कार्य
मंत्री
ने
हालांकि
विधानसभा
अध्यक्ष
के
सुझाव
का
समर्थन
किया।
मिश्रा
और
राकांपा
नेता
अर्जुन
देव
ने
अध्यक्ष
के
कक्ष
में
जांच
के
तौर
तरीकों
पर
निर्णय
पर
बैठक
के
लिए
विधानसभा
की
कार्रवाई
स्थगित
करने
का
सुझाव
दिया.