विदेश. भूटान लीड चुनाव दो अंतिम थिम्पू
डीपीटी के प्रवक्ता पाल्डेन शेरिंग ने इस अप्रत्याशित जीत को रोमांचकारी बताते हुये कहा कि जनता ने पार्टी के अध्यक्ष श्री थिनले की नीतियों को स्वीकार किया है1 गौरतलब है कि श्री थिनले पूर्ववर्ती राजतंत्रिक सरकार में प्रधानमंत्री थे और वह अपने जनहितकारी कामों की वजह से जनता के बीच पहले से ही काफी लोकपि्रय है
आयोग के अनुसार चुनाव जीतने वालों में चार महिलायें भी शामिल हैं1 आज हुये मतदान में देश के कुल तीन लाख 18 हजार मतदाताओं में से 61 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया1 गौरतलब है कि भूटान में स्नातक लोगों को ही मताधिकार दिया गया है
भूटान की दोनों राजनीतिक पार्टियां डीपीटी और पीडीपी कभी भी लोकतंत्र नहीं चाहती थी बल्कि इस विचार को चौथे भूटान नरेश जिग्मे सिग्ये वांग्चुक ने आगे बढाया था जिन्होंने दो ही साल पहले गद्दी अपने पुत्र और वर्तमान नरेश श्री वांग्चुक के लिये त्याग दी थी1 ऑक्सफोर्ड से शिक्षा पाने श्री वांग्चुक ने पिता की इच्छा को पूरा करने के लिये देश में राजतंत्र को समाप्त कर लोकतंत्र की स्थापना के लिये पहली बार चुनाव सम्पन्न कराने का ऐतिहासिक फैसला किया
उन्होंने पिछले सप्ताह एक बयान जारी कर सभी मतदाताओं से वोट डालने को कहा था1 भूटान में अपने नरेश की इच्छा को सवोपरि मानने की परंपरा को निभाते हुये जनता ने आज के मतदान में बढचढ कर हिस्सा लिया
निर्मल मनोरंजन 224
वार्ता.