बोडोलैंड में फिर सुनाई देने लगी हिंसा की आहट
कोकराार. 20 मार्च. वार्ता. बोडो समुदाय के उदार और उग्र धडों के बीच डप में पिछले सप्ताह 20 लोगों की हत्या के साथ ही चार वषो के अंतराल के बाद बोडोलैंड में एक बार फिर हिंसा की आहट सुनाई देने लगी है1 गौरतलब है कि वर्ष 1995 से 2003 के बीच दोनों समूह के बीच हुए टकराव में कई शीर्ष नेता और छात्र नेताओं समेत 1200 से अधिक लोग मारे गए हैं
बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद.बीटीसी. के प्रमुख हग्रामा मोहिलरी ने आज यहां कहा..परिषद के गठन के बाद से यह सबसे गंभीर घटना है और हम किसी तरह की बातचीत के लिए तैयार हैं1.. उग्रवादियों के उदार धडे के तौर पर मशहूर बोडोलैंड लिबरेशन टाइगर्स.बीएलटी. ने छठी अनुसूची के तहत स्वायत्तता को स्वीकार किया 1 एक समय इसके मुखिया रहे मोहिलरी अब बीटीसी के प्रमुख हैं
बीएलटी और इसके समर्थकों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने के उद्देश्य से बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट.बीपीएफ. का गठन किया है
दूसरी तरफ उग्र माने जाने वाले नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड.एनडीएफबी. जिसका केंद्र सरकार से युद्धविराम समौताभी है. विद्रोही धडे की मदद से बीपीएफ के एकाधिकार को खत्म करने पर आमादा है
असम के मुख्यमंत्री तण गोगोई ने यहां पत्रकारों से कहा..युद्धविराम का यदि जमीनी स्तर पर पालन किया जाए तो कोई समस्या ही नहीं है 1 हम चाहते हैं कि एनडीएफबी अपनी मांगों का मसौदा नियम के तहत हमें सौंपे जिससे बातचीत आगे बढ सके1.. रंजीत.पाण्डेय नंद1856 जारी.वार्ता