अब दरारें छुप नहीं सकती
न्यूयार्क, 19 मार्च (आईएएनएस)। शोधकर्ताओं ने मनुष्य की हड्डियों और निष्प्राण वस्तुओं में दरार का पता लगाने वाली एक तकनीक विकसित की है। इसके जरिए बेहद कम समय में हड्डी टूटने से हुए नुकसान और दरारों के बारे में सटीक जानकारी मिल सकेगी।
यूनिवर्सिटी आफ विसकान्सिन-मेडिसन के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित तकनीक स्कैन एंड सॉल्व के जरिए हड्डियों के रोगों बारे में भी बेहतर जानकारी मिल सकेगी।
शोधकर्ताओं के अनुसार इस तकनीक के द्वारा दरार संबंधी कई तरह के परीक्षण किए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए स्कैन एंड सॉल्व के जरिए कलाकार माइकल एंजेलो की कृति डेविड में अब तक पड़ी सभी दरारों के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
इस तकनीक के तहत किसी भी वस्तु के त्रि-आयामी चित्र लिए हैं। इन चित्रों का विश्लेषण कर इस बात का पता लगाया जा सकता है कि इस वस्तु को किस तरह का नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा इस तकनीक से पता चलता है किस कोण पर लगी चोट हड्डी, इमारत या वस्तु के लिए घातक साबित हो सकती है।
शोधकर्ताओं के अनुसार इस तकनीक के आधार पर, नष्ट हो रही इमारतों और वस्तुओं को नुकसान से बचाने के लिए सुरक्षात्मक कदम उठाए जा सकते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।