उप्र में गरीब मेधावी छात्रों के लिए खुलेगा विद्याज्ञान पब्लिक स्कूल
लखनऊ , 18 मार्च (आईएएनएस)। आर्थिक दृष्टि से कमजोर मेधावी छात्रों को संसाधनों की कमी के चलते उस तरह पढ़ाई करने का मौका नहीं मिल पाता है जिस तरह सामान्य घरों या शहरों के बच्चे पढ़ते हैं, लिहाजा वह चाहकर भी अपनी प्रतिभा का सही उपयोग नहीं कर पाते हैं लेकिन अब इस दिक्कत की उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान गया है।
लखनऊ , 18 मार्च (आईएएनएस)। आर्थिक दृष्टि से कमजोर मेधावी छात्रों को संसाधनों की कमी के चलते उस तरह पढ़ाई करने का मौका नहीं मिल पाता है जिस तरह सामान्य घरों या शहरों के बच्चे पढ़ते हैं, लिहाजा वह चाहकर भी अपनी प्रतिभा का सही उपयोग नहीं कर पाते हैं लेकिन अब इस दिक्कत की उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान गया है।
सरकार ने एक ट्रस्ट की मदद से ऐसे स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है जहां समाज के ऐसे बच्चों को गुणवत्ता परक शिक्षा दी जायेगी ताकि वह बेहतर मुकाम हासिल कर सकें।
विशेष रूप से यह योजना आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों के लिए ही बनायी गयी है। इसके तहत ऐसे विद्यालयों को विद्याज्ञान पब्लिक स्कूल नाम दिया गया है। इन विद्यालयों के संचालन के लिये प्रदेश सरकार के साथ एसएसएन ट्रस्ट ने भी हाथ बढ़ा दिए हैं।
इन स्कूलों में विद्यार्थियों की चयन प्रक्रिया के लिए जूनियर हाईस्कूल, हाईस्कूल के छात्रों को लिखित परीक्षा देनी पड़ेगी। योजना के प्रथम चरण में प्रदेश के दस जिलों से फिलहाल सौ मेधावी छात्रों के चयन का फैसला लिया गया है। छात्रों के चयन का अंतिम निर्णय संबंधित जिले के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी करेगी। प्रदेश में पहला विद्याज्ञान पब्लिक स्कूल बुलंदशहर में खोलने का फैसला लिया गया है।
माध्यमिक शिक्षा के प्रमुख सचिव एके मिश्र ने आईएएनएस को बताया इन स्कूलों के माध्यम से प्रतिवर्ष चार हजार गरीब बच्चों को समान शिक्षा का अवसर देने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया इन स्कूलों के लिये भवन के लिए जमीन और मानव संसाधन की व्यवस्था ट्रस्ट करेगा। इसके लिये राज्य सरकार व एसएसएन ट्रस्ट के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी कर दिए गये हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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