खाड़ी देशों में श्रमिकों के वेतन कीमतों के आधार पर तय हों : भारत
नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)। भारत ने खाड़ी देशों में बसे भारतीय श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन निर्धारित करने के बजाय उनके वेतनमानों को बढ़ती कीमतों के साथ जोड़ने की नीति की पैरवी की है।
नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)। भारत ने खाड़ी देशों में बसे भारतीय श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन निर्धारित करने के बजाय उनके वेतनमानों को बढ़ती कीमतों के साथ जोड़ने की नीति की पैरवी की है।
गौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन में कुछ समय पहले न्यूनतम वेतन निर्धारित करने को लेकर भारतीय श्रमिकों की हड़ताल का मुद्दा मीडिया की सुर्खियां बना था।
यही नहीं बहरीन में भारत के राजदूत द्वारा दिए गए बयान से यह मामला तूल पकड़ने लगा था। बाद में प्रवासी भारतीय कार्य मंत्रालय (एमओआईए) द्वारा अपनी राय स्पष्ट करने के बाद यह मामला शांत हुआ था।
इस संबंध में एमओआईए के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया "भारत कभी भी खाड़ी देशों में बसने वाले भारतीय श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन निर्धारित करने की वकालत नहीं करता है।
लेकिन बढ़ती महंगाई के कारण श्रमिकों को होने वाली परेशानियों के बारे में वहां की सरकारों को अवश्य सोचना चाहिए।"
अधिकारी ने बताया एमओआईए की ओर से कुछ समय पहले इस संदर्भ में खाड़ी देशों की सरकारों से भी बातचीत की थी। लेकिन इन देशों की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया था।
खाड़ी राष्ट्रों ने भारतीय श्रमिकों की घटती संख्या के एवज में वेतन बढ़ाने का आश्वासन दिया था।
इस वर्ष के प्रारंभ में प्रवासी भारतीय कार्य मंत्री वायलार रवि ने भी खाड़ी देशों के समक्ष यह मुद्दा उठाया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।