एम्स की तर्ज पर पीजीआई में बनेगा न्यूरोकार्डियक सेंटर
लखनऊ, 18 मार्च (आईएएनएस)। तमाम दिक्कतों के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की तरह लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर अनुसंधान संस्थान में भी अब विशेष न्यूरोकार्डियक सेंटर बनाने का फैसला सूबे की सरकार ने लिया है। इसके लिए शासन ने पीजीआई प्रशासन को पत्र लिखकर जल्दी ही जमीन की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
दरअसल अभी तक पीजीआई में जी ब्लाक में ही सभी विभागों के वार्ड मौजूद थे जिससे कई बार मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। न्यूरोसर्जरी, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी और कार्डियोसर्जरी में अलग-अलग साठ बिस्तरों का एक ही वार्ड है। जबकि हाल में जो न्यूरोसर्जरी विभाग का आठ बिस्तरों का नवीन आईसीयू बनाया गया वह जगह की कमी के चलते प्रथम तल पर मुख्य द्वार के समीप ही बनाया गया।
अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित होने के बावजूद रोगियों के परिजनों की आमद से उन्हें उतना आराम नहीं मिल पाता जितना उनके लिए जरूरी है। लिहाजा इन परेशानियों को सरकार ने भी महसूस किया और उसने दिल्ली स्थित एम्स की तर्ज पर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त न्यूरोसर्जरी और कार्डियक सेंटर को एक ही छत के नीचे स्थापित करने का फैसला लिया है।
पीजीआई संस्थान के अधीक्षक ए. के. भट्ट ने निर्देश दिया है कि इसकी स्थापना के लिए जरूरी तैयारियां शीघ्र ही पूरी कर ली जाये। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण के लिए आवश्यक जरूरतों पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया गया है। उनके अनुसार यहां के सभी विभागाध्यक्षों से जल्दी ही मीटिंग कर कोई ठोस निर्णय ले लिया जायेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।