काल्पनिक कथाएं लिखना ज्यादा आसान है: किरण देसाई
नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)। मशहूर साहित्यकार एवं बुकर पुरस्कार विजेता किरण देसाई पहली बार सत्य घटनाओं पर आधारित पुस्तक लिख रही हैं।
नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)। मशहूर साहित्यकार एवं बुकर पुरस्कार विजेता किरण देसाई पहली बार सत्य घटनाओं पर आधारित पुस्तक लिख रही हैं।
वैसे किरण काल्पनिक कहानियों के लेखन को अपेक्षाकृत अधिक आसान समझती हैं। न्यूयार्क में रहने वाली इस लेखिका ने रविवार को नई दिल्ली में अपने पिता अश्विन देसाई की पुस्तक का विमोचन किया।
इस अवसर पर आईएएनएस से विशेष बातचीत में किरण ने कहा, "सत्य घटनाओं पर आधारित कहानियां लिखना काफी मुश्किल काम है। इसके लिए विस्तृत जानकारी हासिल करनी पड़ती है।"
इस लिहाज से यह लेखिका अपने पिता को काबिले-ए-तारीफ मानती हैं। किरण के जीवन में प्रेरणा स्त्रोत भी उनके पिता ही हैं।
साथ ही अश्विन भी अपनी इस बेटी को एक लेखिका के तौर पर 10 में से 10 अंक देते हैं। अश्विन कहते हैं, "किरण एक योग्य लेखिका हैं। हम साथ में यात्रा करते हैं, संगीत सुनते हैं, पढ़ते हैं और यहां तक कि शराब भी एक साथ पीते हैं। "
बिल गेट्स फाउंडेशन के एचआईवी-एड्स जागरूकता अभियान आह्वान से जुड़ी यह लेखिका भारत के ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की बदतर स्थिति से काफी दुखी हैं।
किरण ने बताया, "मैं इस अभियान के तहत आंध्र प्रदेश में पहली बार देह व्यापार करने वाली महिलाओं से मिली। मुझे ऐसे कई पहलुओं को जानने का मौका मिला जिन्होंने मेरी आंखें खोल दी।"
इस दौरान यह लेखिका चंद पैसों की खातिर लड़कियों को बेचने वाले गरीब अभिवावकों से भी मिली।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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