चीन ने किया दलाई लामा के साथ वार्ता से इंकार (लीड)
बीजिंग, 18 मार्च (आईएएनएस)। चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने तिब्बत में हो रही हिंसा के लिए पूरी तरह से धर्म गुरू दलाई लामा को जिम्मेदार ठहराया है।
चीन के प्रधानमंत्री ने तिब्बत के मौजूदा परिपेक्ष्य में दलाई लामा के साथ बातचीत की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की मांग को भी पूरी तरह से ठुकरा दिया है।
चीन की संसद- नेशनल पीपुल कांग्रेस-का सत्र समाप्त होने के बाद जियाबाओ ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, "ल्हासा में फैली हिंसा के लिए चीन सरकार नहीं बल्कि दलाई लामा जिम्मेदार हैं। दलाई लामा ने अपने समर्थकों को ल्हासा सहित चीन के कई इलाकों में हिंसा भड़काने के लिए प्रेरित किया है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि दलाई लामा के समर्थकों ने योजनाबद्ध तरीके से ल्हासा में हिंसा फैलानी शुरू की थी।
क्या मौजूदा हालातों में चीन, दलाईलामा के साथ सीधी बातचीत के लिए सहमत है? इस प्रश्न के जवाब में चीनी प्रधानमंत्री ने कहा, "यदि दलाई लामा ताइवान को चीन का हिस्सा मान लेंगे और तिब्बत के प्रति अपना नजरिया बदल लेंगे तो चीनी सरकार उनसे अवश्य बातचीत करेगी।"
गौरतलब है कि बीते पांच दिन से ल्हासा में घटी हिंसक घटनाओं में कई तिब्बती प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है।
दलाई लामा ने इन घटनाओं में लगभग 100 तिब्बतियों के मारे जाने की पुष्टि की थी जबकि चीन सरकार ने 13 तिब्बतियों की मौत की पुष्टि की है।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश और जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल सहित अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी के कई नेताओं ने मौजूदा हालातों के मद्देनजर चीन पर दलाई लामा से बातचीत के लिए दबाव डाला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।