तिब्बत की घटनाओं पर चिंता. राजग का .वाकआउट
नयी दिल्ली. 17 मार्च .वार्ता. तिब्बती प्रदर्शनकारियों के विद्ध चीनसरकार के दमनकारी कार्रवाई की गूंज आज लोकसभा में भी सुनायीदी तथा इन घटनाओं पर सरकार के रवैये पर असंतोष जताते हुये विपक्षीराष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन. राजग. के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया
शून्यकाल में यह मामला उठने पर राजग के अलावा समाजवादीपार्टी .सपा. ने चीनी कार्रवाई की तीखी निंदा की और कहा कि विश्वके अन्य देशों की तरह सरकार को भी इसकी भत्र्सना करनी चाहिये तथासंयुक्त राष्ट्र से वहां हस्तक्षेप करने का आग्रह करना चाहिये1 विदेश मंत्री और सदन के नेता प्रणव मुखर्जी ने विपक्ष के इसआरोप को गलत बताया कि इस मामले में सरकार चुप्पी साधे हुये है
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ल्हासा की घटनाओं पर अपने प्रतिक्रियाव्यक्त कर चुका है1 इसमें कहा गया है कि भारत ल्हासा में गडबडी औरहिंसा तथा उसमें निदोष लोंगों के मारे जाने से चिंतित हैं1 वक्तव्य मेंतिब्बत को चीन का स्वायत्तशासी क्षेत्र बताते हुये उम्मीद जतायी गयीहै कि संबद्ध लोग तिब्बत में गडबडी उत्पन्न करने के कारणों को दूरकरने और वहां स्थिति में सुधार की दिशा में काम करेंगे
राजग के सदस्यों ने इस पर असंतोष जताते हुये सदन से वाकआउटकिया1 श्री मुखर्जी ने इस पर आपत्ति जताते हुये कहा कि राजग छहवर्ष तक शासन में रह चुका है तथा भाजपा के नेता अटल बिहारीवाजपेयी विदेश मंत्री भी रह चुके हैं लेकिन उस दौरान भी चीन औरतिब्बत के बारे में हमारी नीति में कोई बदलाव नहीं आया1 उन्होंनेकहा कि चीन और तिब्बत के संबंध में 1959 में जो नीति बनी थी सभीसरकारें उसका पालन करती आ रही हैं1 किसी भी सरकार ने उसमेंकोई बदलाव नहीं किया है
जय.समरेन्द्र.रमेश1354वार्ता