अर्थ. रक्षा एफडीआई सीमा दो अंतिम नयी दिल्ली..रक्षा
अर्थ. रक्षा एफडीआई सीमा दो अंतिम नयी दिल्ली..
ीमा दो अंतिम नयी दिल्ली .. रक्षा सूत्रों ने कहा कि सरकार ने रूस की रोसबोरोंएक्सपोर्ट के साथ पचास पचास प्रतिशत की हिस्सेदारी में मध्यम वजन के परिवहन विमानों के संयुक्त उत्पादन और विकास के करार पर हस्ताक्षर किए हैं1 इसमें भारतीय रक्षा कम्पनी हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लि की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी1 रोसबोरोंएक्सपोर्ट की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए एफडीआई की सीमा को बढाना जरूरी है1इस के लिए रक्षा मंत्रालय केबिनेट से मंजूरी लेने का प्रस्ताव तैयार कर चुका है1 जानकार सूत्रों ने कहा कि सरकार रूसी समौते का हवाला देकर एफडीआई की सीमा बढाने की मंशा जाहिर कर रही है जबकि सच यह है कि अमरीकी और बि्रटिश रक्षा कम्पनियां इसके लिए जोर दे रही हैं1 इस बीच बोइंग. बम्बार्डियर और ईएडीएस जैसी दिग्गज रक्षा कम्पनियों ने भारत में अपनी उत्पादन सुविधाएं स्थापित करने की दिशा में रूचि दिखायी है1 पचास प्रतिशत तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश उनके लिए सहायक साबित हो सकता है
अगले पांच साल में भारत के रक्षा बाजार में 30 अरब डालर तक के सौदे होने की सम्भावना को देखते हुए भारतीय कम्पनियां भी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और आफसैट के प्रावधान में बदलाव के प्रति उत्सुक हैं1 रक्षा मंत्रालय ने 42 हजार करोड रूपये की लागत से 126 लडाकू विमानों की खरीदारी के लिए प्रस्ताव भेजने की अवधि भी आठ सप्ताह बढायी है और समा जाता है कि इस बीच रक्षा खरीद नीति भी जारी हो जाएगी1 कौशिक मघूलिका जगबीर1954 वार्ता