पार्टी पुरानी ग़लतियों से सीखे: सोनिया
उन्होंने कहा अगले कुछ महीनों में विधानसभाओं के काफी व्यस्त कार्यक्रम हैं. हमें इन विफलताओं के कारणों को समझने और अपने हाल के अनुभवों से सबक लेना होगा और सामूहिक रूप से गलतियों को सुधारना होगा.उन्होंने कहा कि अवश्यंभावी रूप से हमें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी भी शुरू करनी है.
सीधा सबक है कि हमें कहीं अधिक मेहनत करने और कायदे से तैयारी करने की ज़रूरत है. हमारे और अधिक सतर्कता से उम्मीदवारों का चयन करने, रणनीति बनाने और कहीं अधिक एकता तथा अनुशासन दिखाने की आवश्यकता है.
महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए यह जान बूझकर पैदा किया गया हिंसक कट्टरपंथी प्रांतवाद का प्रतीक है. उन्होंने साथ ही पार्टी से कहा कि वह इस हिंसक कट्टरपंथी प्रांतवाद का मुकाबला करने में अग्रणी भूमिका अदा करे.
सोनिया
ने
यहां
कांग्रेस
संसदीय
दल
की
बैठक
के
अपने
संबोधन
में
कहा
कि
हाल
के
सप्ताहों
में
संकीर्ण
राजनीतिक
लाभों
के
लिए
जानबूझकर
पैदा
किए
गए
कट्टरपंथी
प्रांतवाद
का
हिंसक
प्रदर्शन
हुआ
है.
उन्होंने
कहा
ऐसे
राजनीतिक
दल
और
ऐसे
राजनीतिक
नेता
हैं
जो
नफरत
और
पूर्वाग्रह
फैलाने
पर
पनपते
हैं.
यह पूर्वाग्रह केवल प्रवासी श्रमिकों के खिलाफ ही नहीं बल्कि भाजपा और राजग के घटक बीजू जनता दल शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों के विरूद्ध भी हिंसा में बदलता है.
सोनिया
गांधी
ने
कहा
कि
हम
लोकतंत्र
और
संविधान
से
संचालित
कानूनों
से
शासित
होते
हैं
और
हम
सभी
को
देश
के
भीतर
कहीं
भी
आने
जाने
और
काम
करने
की
आजादी
है.
उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को उत्तर भारतीयों के खिलाफ हमले करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने का संकेत देते हुए कहा कि जो लोग शासन में हैं उनकी यह मूल जिम्मेदारी है कि वे सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करें.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के भीतर एक दूसरे क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही से केवल राष्ट्रीय एकता ही मजबूत हुई है.