सेज योजना की कमजोरियों से 1971 करोड की राजस्व हानि
नयी दिल्ली 11 मार्च .वार्ता. नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक .कैग. कीताजा रिपोर्ट में विशेष आर्थिक क्षेत्र .सेज. योजना के नियम औरप्रक्रिया को कमजोर बताते हुए इनके कारण 1971 करोड रुपए केसरकारी राजस्व के नुकसान का पता लगाया है
संसद में आज प्रस्तुत अप्रत्यक्ष कर संबंधी प्रतिबेदन में कैग काकहना है कि उसकी आडिट समीक्षा में सेज क्षेत्रों की इकाइयों केप्रबंधन और कार्यकलाप को नियमित..निर्देशित करने वाली प्रक्रियाओंके अनुपालन की व्यवस्था कमजोर है1 कैग इस आडिट में 246.72करोड के राजस्व की सीधी गडबडी पकडी गयी और कहा गया है किपर्याप्त नियम न होने के कारण अन्य 1724.67 करोड रुपए के करों कीवसूली नहीं की जा सकी1 वास्तविक निर्यात की बजाय /डीम्डएक्सपोर्ट/ यानी /मान्य निर्यात/ की बदौलत अपनी शुद्ध विदेशी मुद्राकमाई /एनएफई/ बढाकर दिख रही है1 उल्लेखनीय है कि सेजइकाइयों के लिए विदेशी मुद्रा खर्च से अधिक विदेशी मुद्रा कमाईकरना जरी है
कैग की सिफारिश है कि सरकार को डीम्ड एक्सपोर्ट कोएनएफई में शामिल न करने पर विचार करना चाहिए
कैग ने कहा कि सेज इकाइयों के कारण अन्य क्षेत्रों में कार्यरतघरेलू इकाइयों का हित प्रभावित हो रहा है1 सेज इकाइयों को एकतरफ उत्पादन के संसाधनों की खरीद पर शुल्क नहीं देना पडता औरदूसरी तरफ वे बिना शुल्क के अपना माल घरेलू बाजार में बेच सकती है
सरकार को इस विसंगति को समाप्त करना चाहिए ताकि घरेलू इकाइयोंको बराबरी का अवसर मिल सके
कैग तो एसईजेड योजना में इकाइयों को स्व प्रमाणन की छूट परभी प्रतिकूल टिप्पणी की है1 रिपोर्ट में कहा गया है कि तै्रमासिक बैंकऔर आयकर रिपोर्ट पेश करने की औपचारिकता से मुक्ति के कारणइकाइयां गलत या असंगत सूचनाएं पेश कर रही है
मनोहर अभिनव रामलाल1626.वार्ता.