कच्चा तेल 106.54 डालर का रिकार्ड बनाने के बाद नरम पडा
न्यूयार्क.08 मार्च.वार्ता. डालर के कमजोर पडने और मंहगाई की चिंता के बीच अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 106.54 डालर प्रति बैरल की चोटी पर पहुंचने के बाद कुछ नरम पडीं1 यू एस क्रूड की कीमतों ने गत दिवस कारोबार के दौरान 106.54 डालर का नया रिकार्ड बनाया और इसके बाद यह नरम पडीं और 32 सेंट घटने के बावजूद 105.15 डालर प्रति बैरल पर बंद हुई 1 लंदन ब्रेंट क्रूड 23 सेंट घटकर 102.38 डालर प्रति बैरल रह गया
अमरीका के श्रमिक विभाग की रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में गैर कृष िबेरोजगारी का आंकडा 63 हजार पर पहुंच गया .जो पिछले करीब पांच वषो का सबसे अधिक है 1 जनवरी में यह आंकडा 22 हजार का था और इन आंकडों के आने के बाद अमरीका के देश के शेयर बाजारों को और मंदी में जकड लिया 1 इन आंकडों के चलते डालर और कमजोर पड गया 1 अमरीकी तेल भंडारों के पिछले सप्ताह के आंकडों के मुताबिक वहां कच्चे तेल के स्टाक में 31 लाख बैरल की कमी आई है जबकि अनुमान इसके बढने का लगाया गया था 1 हालांकि इस दौरान गैसोलीन का भंडार 14 वर्ष का सर्वाधिक हो गया 1 गौरतलब है कि तेल निर्यात देशों के संगठन.आेपेक. ने इसी सप्ताह अपनी बैठक में कच्चे तेल का उत्पादन बनाने से इंकार कर दिया था 1 आेपेक का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतों में बढोतरी के पीछे कोई ठोस वजह नहीं है और यह केवल सट्टेबाजी के चलते है 1 विश्व के कुल तेल उत्पादन में आेपेक के देशों का एक तिहाई से अधिक योगदान है 1 सऊदी अरब के तेल मंत्री अली अल नियामी के हवाले से छपी खबरों में फिर दोहराया गया है कि कच्चे तेल की आसमान छूती कीमतों के पीछे सट्टेबाजी का हाथ है और ऐसे में किसी भी संगठन द्वारा दामों को काबू कर पाना संभव नहीं है 1 श्री नियामी का कहना है कि तेल की कीमतों और बाजार की परिस्थितयों का कोई लेना देना नहीं है 1 उन्होंने कहा कि यदि स्थिति स्थिर है और वह बाजार की जरतों को पूरा कर रही है तो ऐसे में उत्पादन बढाने या घटाने की कोई आवश्यकता नहीं है 1 अमरीका तथा पडोसी देश कोलम्बिया को तेल निर्यात करने वाले प्रमुख देश वेनेजुएला के साथ तनाव ने भी तेल कीमतों को हवा दी है
मिश्रा शिशिर लखमी1810वार्ता