अल्पमतसरकार किसी बडे अंतरराष्ट्रीयसमौते पर दस्तखत नहींकर सकती.प्रणव
नयी दिल्ली.06 मार्च.वार्ता. विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि अल्पमत सरकार किसी बडे अंतरराष्ट्रीय समौते पर दस्तखत नहीं कर सकती है 1 वह इस माह के आखिर में अमरीका जाने वाले हैं 1 श्री मुखर्जी ने एक समाचार पत्रिका के साथ साक्षात्कार में भारत.अमरीका असैन्य परमाणु समौते के बारे में कहा कि मुख्य मुद्दा यह है ..अगली सरकार इस समौते का सम्मान करेगी या नहीं 1 यह हमारी विवशता है1एक अल्पमत सरकार को इस तरह के बडे समौते पर दस्तखत नहीं कर सकती और उसे ऐसा करना भी नहीं चाहिए 1.. आगामी शनिवार को प्रकाशित होने वाले इस साक्षात्कार में श्री मुखर्जी ने कहा कि परमाणु समौते को अगले चरण तक ले जाने के लिए भारत के लिए विशेष सुरक्षा उपायों के समौते के मसौदे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है 1 भारत परमाणु व्यापार के लिए छूट हासिल करने के वास्ते परमाणु आपूतिकर्ता समूह में जाने से पहले सुरक्षा उपायों के बारे में समौते के लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ पांच दौर की बातचीत कर चुका है 1 इसमें देरी होने के बारे में सवाल पर श्री मुखर्जी ने कहा कि सरकार विभिन्न चरणों को पूरा करने के लिए विशेष समयसीमा के लिए वचनबद्ध नहीं है लेकिन प्रक्रिया को गति देने के लिए प्रयास हो रहे हैं
उन्होंने कहा कि उनकी आगामी अमरीका यात्रा पूरी तरह द्विपक्षीय प्रकृति की है और समौते से जुडे मुद्दों तक सीमित नहीं है 1 इस सवाल पर कि क्या वामदल इस समौते पर सहमत हो जाएंगे.श्री मुखर्जी ने कहा कि इस समय इस पर कुछ कहना अटकलबाजी होगी 1 उन्होंने कहा..मैंने 123 समौते की अपनी अवधारणा को उनके सामने स्पष्ट कर दिया है 1 मैंने हाइड एक्ट की अपनी अवधारणा को स्पष्ट किया है 1 हम अपनी स्थिति बता रहे हैं जबकि वे अपनी स्थिति बताने में लगे हैं 1 जल्दी चुनाव होने की अटकलों के बारे में श्री मुखर्जी ने स्वीकार किया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया की मुख्य चिंता संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन.संप्रग. सरकार को बचाना है 1 अजय.निर्मल.ति्रपाठी2256वार्ता