डी. पी. यादव बसपा में शामिल
इसके पहले उन्होंने मायावती की जमकर तारीफ की और कहा कि वह पूरे देश को रोशनी दिखा रही हैं। वैसे यह कोई पहली बार नहीं है जब डॉन की छवि वाले यादव माया की खूबियों से प्रभावित हुए हैं। वह पहली बार 1996 में बसपा के टिकट पर संभल से लोकसभा पहुंचे थे लेकिन जल्दी ही बसपा से उनकी छुट्टी हो गयी थी।
यह बात भी दिलचस्प है कि यादव को माया में खूबियां तभी दिखायी पड़ती हैं जब वह सत्ता में होती हैं। वर्ष 2003 में जब मायावती मुख्यमंत्री थी तब यादव दोबारा बसपा में आए और तब मायावती ने यह कहा था कि अगर मुलायम सिंह के पास राजा भैया जैसे गुंडे हैं तो अब हमारे पास यादव आ गए हैं।
बहरहाल यादव ज्यादा दिनों तक बसपा के साथ रहे नहीं। उन्हें एक बार फिर बसपा से निकाला गया। अब वह तीसरी बार बसपा में गए हैं और ऐसे में यह देखना खासा दिलचस्प होगा कि इस बार वह कब तक बसपा में ठहरते हैं। वैसे बसपा सूत्रों का कहना है कि विधान सभा सत्र के बाद संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में डीपी को मंत्री बनाया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।