चुनावों की सुगबुगाहट मेंं आये बजट से सत्ता पक्ष बल्ले. बल्ले विपक्ष नाराज
नयी दिल्ली. 29 फरवरी. वार्ता. मध्यावधि चुनावों की सुगबुगाहट में पेश किये गये आम बजट पर आज यहां विपक्ष ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन. संप्रग. का चुनाव घोषणा पत्र तथा सांप्रदायिक तेवर तक का बजट करार दे डाला1 वहीं सरकार के सहयोगी दल कम्युनिस्ट पार्टी ने भी बजट को लेकर एक बार फिर सरकार से अपनी दूरियां बना ली
कम्युनिस्ट पार्टी ने बजट से नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार पर किसानों के प्रति फर्जी प्रेम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मूल्य वृद्धि तथा रोजगार जैसे मुद्दों पर सरकार ने कोई ध्यान ही नहीं दिया
इन्हीं नाराजगियों तथा आरोप प्रत्यारोपों के आलम मेंं सत्तापक्ष दल ने बजट को किसानों तथा आम आदमी का बजट बताया. प्रधानमंत्री ने इसे लाजवाब बताते हुए यह बजट सरकार की उम्मीदों पर कितना खरा उतरा है उतना कभी नहीं उतरा1 बजट में किसानों के 60.000 करोड रुपये की कर्ज माफी पैकेज पर .. सत्तापक्ष ने वाहवाही की. वहीं विपक्ष ने बजट को निराशाजनक बताते हुए सरकार के किसान प्रेम को नकली बताया जबकि वित्त मंत्री पी चिदंबरम का कहना था कि देश किसानों का कर्जदार है और किसानों को रिण माफी देकर उन्हें राहत देने की सरकार की कोशिश है. हमारे किसान कर्ज में डूबे हैं1 विपक्ष का यह भी कहना था कि बजट में समाजिक क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया गया1 यही नहीं विपक्ष के नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने इसे आम आदमी के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह न. न केवल आम आदमी के खिलाफ हैबल्कि सांप्रदायिक तेवर वाला बजट है
शोभना.अजय नंद1818 वार्ता