देश क ी करीब एक तिहाई आबादी 12 रूपये प्रतिदिन पर गुजारा कर रही
नयी दिल्ली 28 जनवरी .वार्ता. एक आेर जहां देश की अर्थव्यवस्था करीब नौ प्रतिशत की तेज रफ्तार से आगे बढ रही है वहीं देश क ी करीब एक तिहाई आबादी प्रतिदिन 12 रूपये पर गुजारा करने को मजबूर है तथा करीब दो प्रतिशत परिवारों को भूखे पेट सोना पडता है
वित्त मंत्री पी चिंदबरम द्वारा संसद में आज पेश 2007..08 आर्थिक समीक्षा में जहां प्रति व्यक्ति औसत आय इस साल 29 हजार 786 रूपये सालाना रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है वहीं 2004..05 के आंकडों के अनुसार तीस प्रतिशत आबादी गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने पर मजबूर है1 उसकी सालाना आय मात्र 4380 पये है जिनमेंउडीसा और छत्तीसगढ की आधा से ज्यादा ग्रामीण आबादी गरीबी की रेखा से नीचे जीवन.बसर कर रही है
उडीसा क ी सर्वाधिक 57 प्रतिशत और छत्तीसगढ की 55 प्रतिशत ग्रामीण आबादी 12 रूपये प्रतिदिन यानी 365 रूपये मासिक आय पर गुजारा करने को मजबूर है1 मध्यप्रदेश की 47 प्रतिशत तथा बिहार औरारखंड की 46 प्रतिशत ग्रामीण आबादी 365 रूपये मासिक आय पर जीवन यापन कर रही है जबकि बिहार की 55 प्रतिशत और उडीसा की 50 प्रतिशत शहरी आबादी प्रतिदिन 19 रूपये यानी 580 रूपये प्रतिमाह पर गुजारा कर रही है
देश के 1.9 प्रतिशत परिवारों को भरपेट भोजन भी नसीब नहीं है जिनमें उडीसा और पश्चिम बंगाल में ऐसे लोगों की संख्या सर्वाधिक है
नीलिमा महावीर जगबीर1824वार्ता