बैंक उत्पादक क्षेत्रों को उचित ब्याज पर कर्ज दें.. समीक्षा
नयी दिल्ली 28 फरवरी .वार्ता. आर्थिक समीक्षा में उत्पादक क्षेत्रों को जरत के मुताबिक कर्ज उपलब्ध कराने के लिये बैंकों को ब्याज दरों की उचित समीक्षा करने पर जोर दिया है
संसद में आज पेश आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि इस बात का ध्यान रखना होगा कि आर्थिक वृद्धि की उच्च रफ्तार को बनाये रखने के लिये विभिन्न उत्पादक क्षेत्रों को उचित मात्रा में जरत के मुताबिक कर्ज उपलब्ध होता रहे. और इसके लिये बैंकों को अपनी ब्याज दरें उचित स्तर पर लानी चाहिये
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कुछ बैंकों ने अपनी प्रधान ब्याज दर में चौथाई से लेकर आधा प्रतिशत तक कमी की है1 सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों की पीएलआर दर 13 प्रतिशत से घटकर 12.50 प्रतिशत की आसपास आ गई है1 उद्योगों को इसी दर के आधार पर रिण उपलब्ध कराया जाता है1 बैंकों की रिण वृद्धि 2005..06 में जहां 30.8 प्रतिशत थी वहीं 2006..07 में यह घटकर 28 प्रतिशत रह गई और चालू वित्त वर्ष में जनवरी 2008 की शुआत में यह 21.5 प्रतिशत रह गई
महाबीर.मिश्रासुनील175
जारी वार्ता