संसद. लीड आर्थिक समीक्षा
सरपट दौडती अर्थव्यवस्था का दम फूला अब सुधारों की दरकार .. समीक्षानयी दिल्ली 28 फरवरी.वार्ता. पिछले पांच साल से सरपट दौडरही अर्थव्यवस्था का दम अब फूलता नजर आ रहा है और इसेफिर से तरोताजा बनाकर और तेज गति से आगे दौडाने के लियेसुधारों की नई घुट्टी पिलाने की जरत महसूस हो रही है
आम बजट से एक दिन पहले संसद में आज पेश वर्ष 2007..08 की आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2003 से 2008 की पांच वर्ष की अवधि स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे अच्छी आर्थिक वृद्धि का समय रहा. लेकिन नये हालात में तीव्र आर्थिक वृद्धि की रफ्तार बनाये रखना अधिक चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है1 समीक्षा के मुताबिक 2007..08 में आर्थिक वृद्धि 8.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि 2006..07 में सकल घरेलू उत्पाद .जीडीपी. में 9.6 प्रतिशत की उच्च वृद्धि दर्ज की गई थी
वित्त मंत्री पी.चिदंबरम द्वारा पेश इस समीक्षा में कहा गया है कि मुद्रास्फीति और बुनियादी ढांचे की अडचनों के कारण वृद्धि दर को 9 प्रतिशत पर बनाये रखना ही चुनौती है तो इसे 10 प्रतिशत तक पहुंचाना उससे भी बडी चुनौती साबित होगी1 उल्लेखनीय है कि 11वीं पंचवर्षीय योजना ..2007 से 2012.. में औसत सालाना आर्थिक वृद्धि 9 प्रतिशत रखने तथा अंतिम वर्ष में इसे 10 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है
मनोहर महाबीर रीता अजय मनोरंजन 1849 जारी.वार्ता.