नदी महोत्सव में नदियों के संरक्षण को जन आंदोलन बनाने का आह्वान
नर्मदापुरम.बांद्राभान/म प्र. 25 फरवरी.वार्ता.बिन पानी सब सून केमर्म को गहराई से समने और अमृत तुल्य जल स्रोत नदियों केसंरक्षण की मुहिम को जन आंदोलन बनाने के आह्वान के साथ देश मेंअपनी तरह का संभवत: पहला तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय नदी महोत्सवआज यहां पवित्र नर्मदा नदी के किनारे संपन्न हुआ
इस मौके पर आठ सूत्रीय बांद्राभान घोषणा पत्र जारी हुआ औरनर्मदा समग्र की योजना 2008 के महत्वपूर्ण बिंदु सामने रखते हुए तयकिया गया कि अगले नदी महोत्सव का आयोजन 2010 में यही किया जाएगा
नदी महोत्सव का समापन करते हुए मध्यप्रदेश के राज्यपाल डॉबलराम जाखड ने कहा कि बिना पानी सब सून की कहावत कोगहराई से समते हुए मन वचन कर्म से पर्यावरण की रक्षा के लिएप्रतिबद्धता के साथ सामने आना होगा1 ऐसा न होने पर हमारा अस्तित्व संकट में पड जाएगा
राज्यपाल ने कहा कि नदियां ईश्वरीय रूप हैं और उनके वजूदपर ही हमारा अस्तित्व टिका है1 नदी महोत्सव की सराहना करते हुएउन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और मानव कल्याण की दृष्टि से यहप्रयास सराहनीय है1अच्छे कायो से व्यक्ति सदैव पूजा जाता है
समापन समारोह के विशेष अतिथि राज्य के संस्कृति औरजनसंपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने कहा कि नर्मदा समग्र का आयोजनपूरे देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है1 उन्होंने कहा कि इस तीनदिवसीय आयोजन में विद्वानों द्वारा प्रस्तुत आलेख और विचारों कासंकलन जरूरी है1 जनसंपर्क इस दिशा में पहल करते हुए संकलन काप्रकाशन करेगा जो जल संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण दस्तावेज होगा
द्विवेदी मुकेश रामलाल1945जारी वार्ता