मुंबई से बिहारियों को निकालोः मनसे
मालूम
हो
कि
शुक्रवार
को
बिहार
विधानसभा
में
मुंबई
में
बिहारियों
पर
हमले
के
बाद
जबरदस्त
हंगामा
हुआ.
वैसे
खुद
बिहार
के
राज्यपाल
आर.
एस.
गवई
ने
इसे
ज्यादा
तूल
नहीं
दिया
गवई
ने
कहाः
मैंने
इसका
बुरा
नहीं
माना.
मेरा
ख्याल
है
कि
मेरे
विरोध
के
मुद्दे
पर
आरजेडी
में
दो
खेमे
थे.
कुछ
विधायकों
ने
ही
नारे
लगाए.
नारेबाजी
के
बावजूद
मैं
अपना
अभिभाषण
खत्म
करने
के
बाद
उन
विधायकों
के
पास
गया
और
उनके
प्रति
आदर
जताया.
मैंने
उनसे
कहा
कि
मैं
पहले
भारतीय
हूं
और
बाद
में
भी
भारतीय
हूं.
मैं
भारत
के
संविधान
और
अनेकता
में
एकता
में
यकीन
रखता
हूं.
राज्यपाल
ने
बतायाः
मुंबई
में
उत्तर
भारतीयों
पर
हमले
से
मुझे
पीड़ा
पहुंची.
मैंने
मुख्यमंत्री
विलासराव
देशमुख
और
मंत्री
छगन
भुजबल
से
इस
बारे
में
बात
की.
मैंने
प्रधानमंत्री
मनमोहन
सिंह
को
खत
लिखकर
कहा
कि
ऐसी
घटनाओं
से
देश
का
नुकसान
होगा.
उधर
मनसे
के
महासचिव
शिशिर
शिंदे
ने
कहा
कि
बिहार
के
विधायकों
ने
राज्यपाल
का
अपमान
कर
करोड़ों
दलितों
का
अपमान
किया
है.
उन्हें
पटना
से
बुला
लिया
जाना
चाहिए.
इसके
साथ
ही
सोनिया
गांधी
को
मुंबई
से
25
लाख
बिहारियों
को
भी
बुला
लेना
चाहिए.
उन्होंने
कहा
कि
महाराष्ट्रवालों
को
सलाह
देने
से
पहले
लालू
यादव
और
कांग्रेस
को
बिहार
के
विधायकों
को
तमीज
सिखानी
चाहिए.
बिहार
विधानसभा
की
घटना
से
सबूत
मिल
जाता
है
कि
हम
मुंबई
में
बाहरी
लोगों
का
विरोध
क्यों
करते
हैं.