दलहनी तिलहनी फसलों की पैदावार में कमी की संभावना
मुरादाबाद 24 फरवरी .वार्ता. बढते जनसंख्या दबाव के अनुरुप दलहनी एवं तिलहनी फसलों के उत्पादन में वृद्धि न हो पाने के कारण इस वर्ष उत्तर प्रदेश में इन जिंसों की पैदावार में लगभग 60 लाख टन की कमी संभावित है1 केन्द्र ने इस स्थिति से निपटने के लिए इन जिंसों की उन्नत बीज प्रजातियों के करीब 30 हजार मिनीकिट कृषकों को नि:शुल्क वितरण के लिए राज्य सरकार को उपलब्ध कराये हैं
सरकारी सूत्रों के मुताबिक राज्य में दलहनी एवं तिलहनी फसलों के उत्पादन में अत्यधिक कमी के चलते इन जिंसों की मूल्य वृद्धि तो आसमान छू ही रही है ् आम लोगों के समक्ष संतुलित आहार का भी संकट पैदा हो गया है 1 दलहन प्रोटीन का एक प्रमुख स्रोत है और न्यूट्रीशन अनुसंधान संस्थान हैदराबाद द्वारा प्रति व्यक्ति न्यूनतम 40 ग्राम दाल की मात्रा प्रतिदिन संस्तुति की गई है 1 उत्तर प्रदेश में वर्तमान में लगभग 30 ग्राम दाल प्रति व्यक्ति उत्पादन के आधार पर उपलब्ध है1 बीते वर्ष राज्य में लगभग 23.42 लाख मी.टन दालों का उत्पादन होने का अनुमान है1 वर्ष 2008 की जनसंख्या के अनुरुप न्यूनतम 53.80 लाख मी.टन दालों की जरुरत होगी1 इस लिहाज से इस वर्ष दालों की बेहद कमी रहना सुनिश्चित है 1 तिलहन खाद्य तेलों का प्रमुख स्रोत है 1 इसमें वसा की प्रचुरता है1 साबुन पेस्ट हेयर आयल आदि में भी तिलहनों का प्रचुर मात्रा में प्रयोग होता है1 वर्तमान में उत्तर प्रदेश में तिलहनों का उत्पादन दो लाख मी.टन हो रहा है 1 जो जनसंख्या में वृद्धि के अनुरुप बेहद कम है 1 एक अनुमान के मुताबिक इस वर्ष राज्य में करीब तीस लाख मी.टन तिलहनों की कमी संभावित है 1 सं.शिशिर रामलाल1410जारी.वार्ता