जरदारी पर मुशर्रफ से गठबंधन को अमेरिकी दबाव
समाचार पत्र द न्यूज में प्रकाशित खबरों में श्री जरदारी के मीडिया को दिए गए इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा गया है कि उनपर ऐसा दबाव आ रहा है कि उन्हें केन्द्र और चार में से तीन प्रांतों मे सरकार बनाने का मौका इसी शर्त पर मिलेगा अगर वह मुशर्रफ समर्थित दलों के साथ हाथ मिलाने को तैयार हो जाएं.
उल्लेखनीय है कि श्री मुशर्रफ समर्थित पाकिस्तान मुस्लिम लीग (कायदे आजम), पीएमएल क्यू और अन्य छोटी पार्टियों को इस बार चुनावों मे करारी शिकस्त मिली है. श्री मुशर्रफ के सैन्य शासन के विरोध में लडे गए इस चुनाव में दोबारा उनकी पार्टियों के साथ हाथ मिलाना श्री जरदारी के लिए असहज स्थिति होगी.
हालांकि सुनने में आया है कि श्री जरदारी ने इस बारे में संपर्क करने वालों से दो टूक कहा है कि वह पीएमल क्यू को राजनीतिक पार्टी मानते ही नहीं. श्री जरदारी ने हालांकि किसी अमरीकी दबाव का जिक्र भी नहीं किया है. लेकिन पीपीपी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि अमरीका श्री जरदारी पर पीएमएलएन के बजाय पीएमएल क्यू और एमक्यूएम के साथ मिलकर सरकार बनाने का दबाव डाल रहा है.