पैगार बढाने में रियलटी क्षेत्र सबसे आगे
नयी दिल्ली 19 फरवरी.वार्ता. भारतीय कंपनियों में वर्ष 2007 के दौरान वेतन में औसत 15.1 प्रतिशत की बढत हासिल की जबकि रियलटी में सबसे ज्यादा 25.2 प्रतिशत की वृदि्ध रही1 वेतन वृद्धि सवर्ेक्षण की 12वीं वार्षकि रिपोर्ट के अनुसार भारतीय कंपनियों में वेतन वृद्धि वर्ष 2006 के दौरान 14.4 प्रतिशत रही थी जबकि 2008 में इसके 15.2 प्रतिशत रहने की संभावना है 1 वेतन वृद्धि के मामले में एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत का प्रथम स्थान है
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में प्रतिभा और ऊचे पद पर बने रहने के लिये प्रतिस्पर्धा लगातार बढ रहा है 1 देश में नेतृत्व करने वाले प्रबंधकों की 26 प्रतिशत कमी है 1 इसके अलावा विशेषज्ञों और तकनीशियनों का भी अभाव है
सवर्ेक्षण में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले संदीप चौधरी ने कहा कि कर्मचारी बेहतर अवसरों की तलाश में रहते हैं और उन्हें दूसरी कंपनी आकर्षक पैकेज देकर अपनी आेर खींच लेती है 1 कंपनियों को कर्मचारियों को अपने साथ बनाए रखने के लिए कई तरह के उपाय करने पड रहे हैं
रिपोर्ट में कहा गया कि हालांकि वेतन वृद्धि की दर में गिरावट हो रही है और यह 2012 तक नौ से दस प्रतिशत की वृद्धि दर पर टिक जाएगी1 वेतन वृद्धि मूल रूप से प्रतिभा की मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती है 1 इससे मध्यम स्तर के प्रबंधकों, कनिष्ठ प्रबंधकों और कामगारों को लाभ मिलता है1 देश में वेतन वृद्धि के दो प्रमुख क्षेत्र रियलटी और सूचना प्रौद्योगिकी एवं आउटसोसिर्ंग है जो 75 प्रतिशत अमरीकी अर्थव्यवस्था से संचालित होते हैं
श्री चौधरी ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी और आउट सोसिग क्षेत्र में वेतन वृद्धि वर्ष 2004 के बाद से स्थिर 13 से 14 प्रतिशत बनी हुई है1हालांकि फिर क्षेत्र की वेतन वृद्धि एशिया प्रशांत क्षेत्र में सर्वाधिक है
इस सवर्ेक्षण में 540 देशी विदेशी कंपनियों को शामिल किया गया है
.सत्या.शिशिर.राणा 1833वार्ता