सोनिया को नोटिस गलत: गिल
इस नोटिस पर कडे शब्दों में तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट होना चाहिये कि क्या इस तरह के विदेशी सम्मान पाना अपराध है. अगर है तो हम विदेशियों को ऐसे नागरिक सम्मान क्यों देते है और हमारे नागरिक ऐसे सम्मान अब तक कैसे ग्रहण करते रहे हैं.
श्री गिल ने कहा कि जब वे मुख्य चुनाव आयुक्त थे तब भी आयोग में ऐसी शिकायतें आती रहती थी लेकिन आयोग अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करते हुए ऐसी शिकायतों की गंभीरता के आधार पर ही उन पर फैसला लेता था. आयोग को चाहिए कि बेवजह की हल्कीफुल्की शिकायतों का संज्ञान ही नहीं लिया जाये तथा वह अपना ध्यान अन्य महत्वपूर्ण गंभीर मुद्दों पर दे.
उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा दिया गया यह नोटिस पूरी तरह से गैरजरूरी है तथा इस सम्मान पर इतना हंगामा क्यों है, यह बात समझ से परे हैं. उन्होंने कहा कि इंगलैंड के प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन ने अपनी हाल की भारत यात्रा में महान भारतीय क्रिकेट खिलाडी सचिन तेंदुलकर को 'सर' का खिताब दिये जाने की पेशकश की थी. ऐसे में जबकि देश सचिन को सर का खिताब दिये जाने की बेताबी से प्रतीक्षा कर रहा है. देश के एक प्रतिष्ठित विदेशी सम्मान के लिये कठघरें में खडा करना वाकई दुखद है.