रक्षा. एंटनी बिचौलिये दो अंतिम नयी दिल्ली
श्री एंटनी ने बताया कि भारतीय वायु सेना हल्के लडाकू विमान तेजस के दो स्क्वाड्रन लेने का तैयार हो गयी है जो भारत के लडाकू विमान विकास कार्यक्रम की बडी उपलब्धि है1 उन्होंने कहा कि एक समय था जब वायु सेना एक भी तेजस लेने को तैयार नहीं थी1 उन्होंने माना कि इसके लिए कावेरी इंजन में समस्या चल रही है और इस बारे में भी बातचीत चल रही है1 रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के लिए अंतिम लक्ष्य तो सैन्य साजोसामान में शत प्रतिशत आत्म निर्भरता हासिल करना है. लेकिन फिलहाल आयात को तीस प्रतिशत तक सीमित करने की दिशा में तेजी से कदम बढाए जा रहे हैं1 श्री एंटनी ने कहा कि भारत हथियारों और सैन्य उपकरणों की खरीदारी किसी से टकराने या होड लेने के लिए नहीं कर रहा है बल्कि वह अपने सशस्त्र बलों को आधुनिक जरूरतों एवं चुनौतियों से निपटने लिए न्यूनतम प्रतिरोधी क्षमता दे रहा है1 कौशिक समरेन्द्र अजय वीरेन्द्र1800 वार्ता