मनसे अंबादास की मौत का जिम्मेदारः बाल ठाकरे
पार्टी के मुखपत्र मराठी दैनिक "सामना" में आज "अंबादास, तुमचा गुन्हा काय" अंबादास तुम्हारा दोष क्या था शीर्षक से प्रकाशित संपादकीय में कहा है कि हिंदी भाषियों के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले राज ठाकरे ने आखिरकार एक मराठी व्यक्ति को मारकर ही महाराष्ट्र का नवनिर्माण किया.
संपादकीय में एक बार फिर शिवसेना को मराठी भाषियों की सच्ची हितैशी करार दिया गया है और कहा गया है कि आंदोलन शिवसेना ने भी किये हैं पर इस तरह की गुंडागर्दी आंदोलन नहीं है और शिवसेना के किसी आंदोलन में किसी निर्दोष मराठी भाषी की जान नहीं गयी.
संपादकीय में कहा गया है कि शिवसेना ने सीमा विवाद के आंदोलन में 69 शिवसैनिकों को खोया और संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में 105 लोगों की जान गयी लेकिन ये आंदोलन गुंडागर्दी नहीं थे. संपादकीय में जोर देकर कहा गया है कि आंदोलनों से आम आदमी को तकलीफ नहीं होनी चाहिये और होती है तो पुलिस को मूक दर्शक नहीं बने रहना चाहिये.
संपादकीय में राज ठाकरे की इस बात को लेकर भी आलोचना की गयी है कि पहले राज ने कहा था कि वह जमानत नहीं लेंगे पर बाद में 13 दिन की न्यायिक हिरासत का अदालती आदेश सुनते ही जमानत अर्जी दे दी. संपादकीय में महाराष्ट्र की कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सरकार, मीडिया की भी आलोचना की गयी है.
संपादकीय में समाजवादी पार्टी नेता अमर सिंह को अपनी राजनीति उत्तर प्रदेश तक ही सीमित रखने की सलाह देते हुए कहा गया है कि ऐसा कर वे मुंबई के हिंदी भाषियों का भला ही करेंगे. नासिक में ही हिंसा में मारे गये जिंदल पोलीफिल्म के कर्मचारी विनोद सिंह की मौत पर कुछ नहीं कहा गया है.