अलगाववादी विचारधारा और संर्कीणतावादी मान्यताओं से बचने की अपील
बोधगया 15 फरवरी .वार्ता. राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने लोगों से अलगाववादी विचारधारा और संर्कीणतावादी मान्यताओं से बचने की अपील करते हुए आज कहा कि बहुसंास्कृतिक.बहुधार्मिक और बहुभाषी राष्ट्र के रूप में भारतीयता की पहचान को कायम रखना हम सभी का कर्तव्य है
श्रीमती पाटिल ने आज यहां मगध विश्वविद्यालय बोधगया मेंआयोजित प्रथम बिहार राज्य अंतर विश्वविद्यालय संास्कृतिक महोत्सव..तरंग.. का उद्घाटन करने के बाद कहा कि हमारे देश के लिए आपसीसमरसता बहुत महत्वपूर्ण और प्रासंगिक है तथा यही देश की पहचानभी है1 उन्होंने कहा कि देश के लोगों की विविधता.रस्म..रिवाज.परम्पराएं एवं भाषाएं मिलकर एक महान राष्ट्र भारत का निर्माण करती हैं
राष्ट्रपति ने कहा कि युवाओं को भारतीय संास्कृतिक बहुलवादके सकारात्मक मूल्यों को समना और उन्हें आत्मसात करना चाहिए1 विद्यार्थियों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और इसकी परम्परा के संरक्षण में भी योगदान देना चाहिए1 उन्होंेने कहा कि विश्वविद्यालय का कार्य उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए केवल पाठ्यक्रम और कार्यक्रम तैयार करना नहीं है बल्कि उसे देशप्रेम की भावना द्वारा भावी चुनौतियों और जिम्मेदारियों का मुकाबला करने के लिए युवाओं को तैयार करने की भूमिका भी निभानी चाहिए
शिवा.रंजीत.सलीम नंद194
जारी.वार्ता