उ.प्र. विधान सभा में यूपीकोका पारित

सपा के हंगामें के बीच विधेयक को पेश करते हुये संसदीय कार्य मंत्री लालजी वर्मा ने कहा कि प्रस्तावित इस विधेयक से कुछ लोग क्यों डरे हुये हैं यह आज तक उनकी सम में नहीं आया. यह कानून संगठित अपराध के लिये होगा न कि किसी खास व्यक्ति या जाति के लिये.
उन्होंने कहा कि विधेयक पिछले तीन माह से परिषद में लंबित है लिहाजा इसे कानून बनाने के लिये सरकार फिर से पारित कराने के लिये बाध्य हुई है. विधानमंडल के पिछले 08 फरवरी को शुरू हुये बजट सत्र के दिन ही सरकार ने सदन को यह सूचित कर दिया था कि परिषद में हो रहे विलंब के कारण इस विधेयक को विधानसभा में दोबारा पारित कराया जायेगा.
सपा के अंबिका चौधरी ने कहा कि इस कानून की कोेई आवश्यकता नहीं है. यदि सरकार इस विधेयक को पारित ही कराना चाहती है तो विधान परिषद में इसमें सुझाए गये 75 संशोधनों को भी लागू करे.
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